गुलाबी शहर जयपुर में पूरी-सब्जी से शुरू हुआ था ‘लक्ष्मी मिष्ठान भंडार’ का सफर, देखिए ‘खाने के किस्से-कहानियां’ का 10वां एपिसोड
‘लक्ष्मी मिष्ठान भंडार’ जयपुर का ऐसा शाकाहारी रेस्टोरेंट है, जिसके लजीज पकवानों और मिठाईयों का जायका हर आम और खास की जुबां पर चढ़ा हुआ है।
कई ऐसी मिठाईयां हैं, जिससे किसी जगह या फिर खास रेस्टोरेंट का नाम जुड़ा हुआ है। जैसे जब आप बात करते हैं, पेडे या पेठों की, तो जहन में सबसे पहले मथुरा और आगरा का नाम याद आता है। मिठाईयों की तरह ही कुछ खास पकवान ऐसे हैं, जिनके लिए कुछ खास रेस्टोरेंट को याद किया जाता है। आज हम आपको ले चलेंगे पिंक सिटी जयपुर की गली में, जहां बातें होगी ‘लक्ष्मी मिष्ठान भंडार’ के बारे में।
‘खाने के किस्से कहानियां’ जो आपको इनकी पहचान से रू-ब-रू करवाएंगी
‘जागरण डॉट कॉम’ लेकर आया है स्वाद की दुनिया से ऐसी ही कहानियां जिन्हें देखकर आप कह उठेंगे ‘वाह’। दैनिक जागरण के फेसबुक पेज पर शुरू ‘खाने के किस्से कहानियां’ सीरीज में आप देख पाएंगे इंडिया के अलग-अलग शहरों के आइकॉनिक रेस्तरां और उनकी कहानी। जिनकी फेमस डिशेज व खाने के स्वाद ने बरसों बाद भी लोगों को अपना बना रखा है।
‘खाने के किस्से कहानियां’ सीरीज के दसवें एपिसोड में आइए, जानते हैं ‘लक्ष्मी मिष्ठान भंडार’ के जायकों के बारे में।
पूरी सब्जी से हुई थी ‘लक्ष्मी मिष्ठान भंडार’ की शुरुआत
‘लक्ष्मी मिष्ठान भंडार’ जयपुर का ऐसा शाकाहारी रेस्टोरेंट है, जिसके लजीज पकवानों और मिठाईयों का जायका हर आम और खास की जुबां पर चढ़ा हुआ है। इस रेस्टोरेंट की शुरुआत 1727 में हुई थी। शुरुआत में पूरी सब्जी यहां का मुख्य जायका हुआ करता था, जिसके बाद मिठाईयां और अन्य जायकों को मेन्यू में शामिल कर लिया गया।