Khajuraho Dance Festival: 20 फरवरी से हो रहा शुरू, नृत्य और संगीत का होगा अनोखा संगम
Khajuraho Dance Festival 2019: खजुराहो की खूबसूरती देखने की प्लानिंग कर रहे हैं तो ये समय एकदम बेहतरीन है। क्योंकि यहां हो रहा है डांस फेस्टिवल जिसे देखने देशभर से लोग आते हैं।
हर साल फरवरी महीने के आखिरी हफ्ते में आयोजित होने वाले खजुराहो डांस फेस्टिवल की लोकप्रियता देश ही नहीं, विदेशों में भी फैली हुई है। और यही वजह है कि फरवरी में खजुराहो आने वाले सैलानियों की संख्या साल के दूसरे महीनों की अपेक्षा सबसे ज्यादा होती है। अलग-अलग देशों के जाने-माने क्लासिकल डांसर्स यहां अपनी कला की प्रस्तुति देने आते हैं। कथक, भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी, ओडिशी, मोहिनीअट्टम जैसे कई क्लासिक डांस फॉर्म यहां आकर देखने को मिलते हैं। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की तरफ से आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल का मकसद भारतीय नृत्य कला के वैभव और लोकप्रियता को बढ़ाने व बरकरार रखने के साथ ही खजुराहो की खूबसूरती से भी रूबरू कराना है। पारंगत नृतकों के साथ ही उभर रहे कलाकारों के लिए भी यह एक बहुत ही बड़ा मंच है।
क्लासिकल डांस की शुरूआत का श्रेय काफी हद तक हिंदू देवी-देवताओं की देन हैं। भगवान शिव का तांडव, श्रीकृष्ण की गोपियों के साथ रासलीला, मेनका, उर्वशी और रंभा जैसी अपसराओं के नृत्य में इसे बखूबी देखा जा सकता है। ये सारे नृत्य महज कला का प्रदर्शन नहीं बल्कि आत्मिक और मानसिक शांति के लिए भी होते हैं।
कहां होता है डांस फेस्टिवल का आयोजन
खजुराहो के दो बहुत ही मशहूर मंदिरों चित्रगुप्त और विश्वनाथ मंदिर में इसका आयोजन होता है।
कब से कब तक
खजुराहो डांस फेस्टिवल 20 फरवरी से शुरू हो रहा है जो 26 फरवरी तक चलेगा। इंडियन क्लासिकल डांस का हर एक फॉर्म आप यहां आकर देख सकते हैं।
फेस्टिवल टाइमिंग और एंट्री
फेस्विटल में शामिल होने के लिए किसी प्रकार की कोई टिकट नहीं है। शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक आप इसमें शामिल हो सकते हैं।
कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग
छोटा शहर होने के बावजूद खजुराहो का अपना एयरपोर्ट है जो शहर से 8 किमी की दूरी पर है। इसके अलावा जबलपुर एयरपोर्ट का भी ऑप्शन है आपके पास, जो खजुराहो से 270 किमी दूर है। दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, इंदौर जैसे सभी बड़े शहरों से यहां तक के लिए फ्लाइट्स की सुविधा अवेलेबल है। एयरपोर्ट के बाहर से टैक्सी लेकर आप आराम से खजुराहो शहर पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग
खजुराहो रेलवे स्टेशन शहर से महज 5 किमी की दूरी पर है। इसके अलावा सतना रेलवे स्टेशन 130 किमी की दूरी पर है।
सड़क मार्ग
खजुराहो शहर झांसी, ओरछा, चित्रकूट, सतना, कटनी, बांधवगढ़, छतरपुर, भोपाल और ग्वालियर जैसे ज्यादातर शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। ज्यादातर सैलानी झांसी रेलवे स्टेशन आकर फिर टैक्सी से खजुराहो जाना पसंद करते हैं। झांसी से खजुराहो की दूरी लगभग 200 किमी है जिसे आप आसानी से 4 घंटे में तय कर सकते हैं।