24 जनवरी से शुरू हो रहा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, इस बार साहित्यप्रेमियों व सैलानियों के लिए यह है खास
जयपुर में 24 जनवरी से शुरू हो रहा लिटरेचर फेस्टिवल। जिसमें दुनियाभर के साहित्यकार हिस्सा ले रहे हैं। तो अगर आप घूमने-फिरने के लिए जगह की तलाश कर रहे हैं तो जयपुर का प्लान करें।
जयपुर में शुरू होने वाला है साहित्य का महाकुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ)। साल 2006 से शुरू हुआ ये फेस्टिवल आज एशिया-पैसिफिक में होने वाला सबसे बड़ा लिटरेचर फेस्टिवल है। पांच दिनों तक चलने वाले इस फेस्टिवल में दुनियाभर के जाने-माने साहित्यकार एक मंच पर इकट्ठा होते हैं और तकरीबन 1 लाख के करीब इन्हें देखने और सुनने वाले लोग। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल महज पढ़ने-लिखने वालों के लिए ही नहीं बल्कि घूमने-फिरने के शौकिनों के लिए भी एक अच्छा मौका होता है। क्योंकि इस दौरान 'पिंक सिटी' में अलग ही रौनक नज़र आती है। तो अगर आप भी बनना चाहते हैं इसका हिस्सा तो जान लें फेस्टिवल से जुड़ी ये बातें...
फेस्टिवल की शुरूआत
जनवरी के आखिर में आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल की शुरूआत इस बार 24 जनवरी से हो रही है। पांच दिवसीय इस फेस्टिवल का समापन 28 जनवरी को होगा।
कहां
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल यहां के डिग्गी पैलेस होटल में आयोजित होगा। जहां 5000 लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। वैसे हवा महल और आमेर फोर्ट भी इस फेस्टिवल का हिस्सा बनेंगे।
फेस्टिवल में देखने को मिलेगा खास
पांच दिन तक चलने वाले साहित्य के इस उत्सव में देश-विदेश के 250 साहित्कार विभिन्न सत्रों में अपनी बात रखेंगे। जो अपनी मशहूर रचनाओं के बारे में बताने के साथ ही विचार-विमर्श करेंगे। साथ ही उनसे आप उससे जुड़े सवाल-जवाब भी कर पाएंगे।
फेस्टिवल में शामिल होने वाले स्पीकर्स
जेएलएफ आयोजकों द्वारा जारी की गई दो सूचियों के अनुसार ब्रिटिश मूल के लेखक प्रो.एलेक्जेंडर मैककॉल स्मिथ, आर्ट क्यूरेटर अमीन जाफर, अमेरिकी लेखक आंद्रे एसिमैन, नॉवल लैस के लिए पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित अमेरिकी लेखक आंद्रे सीन ग्रीर, पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित एक अन्य लेखक कॉलसन व्हाइटहैड, कवियित्री एवं ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में लेखन पढ़ाने वाली चित्रा बनर्जी, अनीश कपूर, दिवाकर, अनुराधा राय, क्लासिक्स मैग्जीन ईडलन की फाउंडर डेना जुकरबर्ग, पत्रकार हरि कुंजरू, ब्रिटिश लेखक जेरेमी पैक्समैन, अमेरिकी बॉयोग्राफर जुरगन बॉस, अभिनेत्री मनीषा कोइराला, समकालीन विज्युअल आर्टिस्ट मार्क क्विन, अमेरिकी लेखक मारकस जुसाक, येल पॉइंटर फैलोशिप पाने वाले आर्टिस्ट एवं लेखक मोली क्रेबेपल, मलयाली फिक्शन लेखक एनएस माधवन, व्यंग्यकार नरेंद्र कोहली, तमिल लेखक पेरुमल मुरुगन, साहित्यकार रॉम व्हीटाकर, ब्रिस्टश लेखक रूपर्ट एवरेट, ब्रिटिश इतिहासकार सिमोन सेबाग मोंटेफोर, चैरियट ऑफ लाइफ के लेखक तौफिक ई चौधरी, लेखक उदय प्रकाश, लेखक उपमन्यु चटर्जी, विक्रम चंद्रा, सुबोध गुप्ता, शोभा डे, देवदत्त पटनायक, राणा दासगुप्ता, अरुणा रॉय, अनीता नायर, अमिताव राव विभिन्न सत्रों में अपनी बात रखेंगे।
ट्रैवलिंग के नजरिए से क्यों खास है ये फेस्टिवल
1. ट्रैवल हाल-फिलहाल में सबसे तेजी से बढ़ती हुई इंडस्ट्री है। मशहूर लेखकों से लेकर ब्लॉगर्स तक अपनी नई रचनाओं के लिए ट्रैवलिंग को सबसे बेहतरीन जरिया मानते हैं क्योंकि यहां आपको एक साथ कई चीज़ों को देखने और जानने का मौका मिलता है। दुनिया में ऐसे कई अजूबे हैं जिनके बारे में आज भी बहुत ही कम लोग जानते हैं। इन्हें लेखनी के जरिए ही उन्हें आसानी से लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। तो लिटरेचर फेस्टिवल में आप इन राइटर्स के यादगार और प्रेरणादायी सफर के बारे में भी जान सकते हैं।
2. इसके अलावा जयपुर में किले और महलों की भरमार है। अगर आप इतिहास को जानने के इच्छुक है तो फेस्टिवल से थोड़ा वक्त निकालकर इन जगहों की भी सैर कर सकते हैं।
3. जयपुर के बाजार दुनियाभर में मशहूर है। जहां आम लोगों ही नहीं बाहर से आने वाले सैलानियों भी खरीददारी करने आते हैं। और फेस्टिवल के दौरान तो मार्केट सुबह से लेकर शाम तक गुलज़ार रहते हैं। यूनिक हैंडीक्रॉफ्ट्स, राजस्थानी कपड़ों और फैब्रिक के लिए यहां के मार्केट्स हैं बेस्ट।
4. खानपान के शौकिनों के लिए राजस्थान के हर एक शहर में है ढेरों ऑप्शन्स। वेजिटेरियन हैं या नॉन-वेजिटेरियन यहां का खानपान आपको जरूर पसंद आएगा। मावा, प्याज की कचौड़ी, गट्टे की सब्जी, केर सांगरी, दाल-बाटी चूरमे का असली स्वाद तो आपको यहीं मिलेगा।
कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग- जयपुर, राजस्थान के टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स में से एक है। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सांगनेर एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद जैसे सभी बड़े शहरों से यहां तक के लिए फ्लाइट्स अवेलेबल है।
ट्रेन मार्ग- ज्यादातर शहरों से जयपुर के लिए ट्रेनें अवेलेबल हैं।
सड़क मार्ग- जयपुर आने का सबसे सुविधाजनक माध्यम बस है। राजस्थान के सभी मुख्य शहरों से जयपुर के लिए एसी और डीलक्स बसों की सुविधा मिलती है। इसके अलावा और भी दूसरे शहरों से आप यहां तक बस द्वारा पहंच सकते हैं।