ऐतिहासिक शहर फतेहपुर सीकरी में बहुत कुछ है खास, वीकेंड में घूमें ये 7 जगह
आगरा से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऐतिहासिक शहर, जिसका निर्माण मुगल बादशाह अकबर ने करवाया था।
आगरा से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऐतिहासिक शहर, जिसका निर्माण मुगल बादशाह अकबर ने करवाया था। अकबर ने सीकरी को अपनी राजधानी बनाने का निश्चय किया था और इसी उद्देश्य से यहां उसने भव्य किले का निर्माण भी कराया और 1573 में यहीं से उस ने गुजरात को फतह करने के लिए कूच किया था। गुजरात पर विजय पाकर लौटते समय उस ने सीकरी का नाम ‘फतेहपुर’ (विजय नगरी) रख दिया। तब से यह स्थान फतेहपुर सीकरी कहलाता है।
नौबत खाना
नौबत खाना को घूमने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। यह एक मुगल शैली ड्रम हाउस है। जहां पर शहनाई और ड्रम का प्रदर्शन किया जाता था। यहां दिन में पांच बार संगीत बजाया जाता है। यहां लाल पत्थर की दीवारों पर बनी नक्काशी आपको बेहद पसंद आएगी।
बुलंद दरवाजा
यहां का बुलंद दरवाजा भी काफी प्रसिद्ध है। यह सम्राट अकबर की गुजरात पर जीत के स्मारक के रूप में बनवाया गया था। यह देखने में बेहद खूबसूरत है। यह लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है। इसके अंदर सफेद और काले संगमरमर की नक्काशी है।
पचीसी न्यायालय
शतरंज जैसा खेला जाने वाला खेल पचीसी तो आप जानते ही होंगे लेकिन फतेहपुर सीकरी में एक पचीसी न्यायालय है। जहां सम्राट अकबर शतरंज खेलते थे। यह दीवान-ए-आम के पास स्थित है। यहां की जमीन पर काले और सफेद चौकोर पत्थर लगे हैं।
शेख सलीम चिश्ती मकबरा
यहां पर बने शेख सलीम चिश्ती के मकबरे उन्हें श्रद्धांजलि देने के रूप में बनवाएं गए थे। यह पूरी कब्र संगमरमर की बनी है। यह कब्र बुलंद दरवाजे के सामने बनी है। समाधि एक उठे हुए मंच पर बनी है। यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।
पंचमहल
यह पांच मंजिली भव्य इमारत है. इस महल का प्रयोग बादशाह द्वारा शाम को हवाखोरी करने एवं चांदनी रात का लुत्फ उठाने में होता था. इस महल की खूबी यह है कि इस में कुल 176 खंभे हैं, जिनके सहारे यह इमारत खड़ी है. प्रत्येक खंभे पर अलगअलग कलाकृति को दर्शाती पच्चीकारी देखने को मिलती है.
मरियम-उज-जमानी पैलेस
मरियम-उज-जमानी पैलेस फतेहपुर सीकरी के मुख्य किला परिसर में बना है। यह एक सुदर मुगल थीम वाला महल है। कहते हैं कि अकबर की हिंदू पत्नी जोधा बाई यहीं रहती थी। यहां काफी खूबसूरत बगीचे बने हैं। इसकी नक्काशी काफी भव्य है।
इबादत खाना
फतेहपुर सीकरी में बना इबादत खाना भी काफी फेमस है। इसे आराधना घर भी कहते हैं। यह वही जगह है जहां पर सुन्नी मुसलमान चर्चा करने के लिए एकत्र होते थे। यहां से हमेशा गुरुवार शाम को विचार विमर्श हेतु आने के लिए लोगों को बुलाया जाता था।