भारत के 5 मशहूर बौद्ध मंदिर, इनमें से एक मंदिर में दिखती है सभी धर्मों की छाप
रामाभर स्तूप मंदिर महापरिनिर्वाण मंदिर से 1.5 कि.मी दूरी पर स्थित है. यह वह स्थान है, जहां बुद्ध का दाह संस्कार किया गया था.
आज बुद्ध पूर्णिमा है. माना जाता है कि आज ही के दिन भगवान विष्णु के नौवें अवतार के रूप में जन्म लिया था. बुद्ध पूर्णिमा वैशाख की पूर्णिमा को मनाया जाता है. साथ ही इस त्यौहार को भगवान गौतम बुद्ध की जयंती के तौर पर भी मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन भगवान बुद्ध को बोध ज्ञान को प्राप्त किया था. इन वजहों से बुद्ध पूर्णिमा को बड़ा त्यौहार माना जाता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत में प्रसिद्ध बुद्ध मंदिरों के बारे में.
महाबोधि मंदिर
महाबोधि मंदिर बिहार के बोध गया में स्थित है. बौद्ध धर्म मानने वाले लोग इसे बहुत पवित्र मानते हैं. यह वह स्थान है जहां गौतम बुद्ध ने प्राचीन बोधि वृक्ष के नीचे बैठकर ज्ञान प्राप्त किया था. मंदिर की बनावट बेहद खूबसूरत है. इस मंदिर की सबसे खास बात ये है कि विभिन्न धर्मों की कलाकृतियों के माध्यम से छवि देखने को मिलेगी.
रामाभर स्तूप
रामाभर स्तूप मंदिर महापरिनिर्वाण मंदिर से 1.5 कि.मी दूरी पर स्थित है. यह वह स्थान है, जहां बुद्ध का दाह संस्कार किया गया था. यहां बनाया गया मंदिर लगभग 49 फीट ऊंचाई का है. मंदिर की बनावट बेहद अनोखी और आकर्षक है.
बुद्ध मंदिर लद्दाख
लद्दाख के बुद्ध मंदिर और मठ की बनावट बहुत ही आकर्षक है. मंदिर के चारों ओर लगाया गया बगीचा इसकी खूबसूरती को और ज्यादा बढ़ा देता है.
नामद्रोलिंग न्यिंगमापा मोनेस्ट्री
नामद्रोलिंग न्यिंगमापा मोनेस्ट्री कर्नाटक के बाइलाकुप्पे में है. यह कर्नाटक के मैसूर जिले के पश्चिम में स्थित है. यहां स्थित प्रार्थना हॉल बहुत सुंदर है, मंदिर में दो सोने की भव्य मूर्तियां है.
महापरिनिर्वाण मंदिर
महापरिनिर्वाण मंदिर कुशीनगर उत्तर प्रदेश में स्थित है. इस मंदिर में बुद्ध की 6 फीट लंबी मूर्ति है, जो हमेशा एक चुनरी से ढकी रहती है. मूर्ति का सिर्फ चेहरा दिखाई देता है.