1971 के शहीद जवानों की याद में बनाया गया है ये पार्क, जानें क्या खास
इस पार्क में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान और भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा लगी है. इस जगह पर पहले बांग्लादेशी स्वतंत्रता सेनानियों का आधार कैंप स्थित था.
भारत में हर जगह का एक अपना ही इतिहास है. आपको भी अगर ऐसी जगह पर घूमना पसंद है, जहां पर घूमने-फिरने के साथ आपको इतिहास जानने का मौका मिले, तो आप 1971 के युद्ध की याद में बने पार्क में घूम सकते हैं.
वाइल्ड लाइफ देखने का रोमांच
भारतीय सैनिकों और 1971 के मुक्ति संग्राम में अपना जीवन आहुत करने वाले बांग्लादेशी स्वतंत्रता सेनानियों की याद में विशाल पार्क अगरतला से करीब 130 किमी दूर स्थित सीमावर्ती गांव छोत्ताखोला में बनाया गया है. बीस गुणा बीस हेक्टेयर में बने इस पार्क में छोटी-छोटी सात पहाड़ियां और तृष्णा वन्यजीव अभ्यारण के करीब एक झील भी शामिल है. इस पार्क के नींव का पत्थर नवंबर 2010 में बांग्लादेश के तत्कालीन विदेश मंत्री दिपु मोनी ने रखा था.
यहां से दिखती है बांग्लादेश की सीमा
इस पार्क में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान और भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा लगी है. इस जगह पर पहले बांग्लादेशी स्वतंत्रता सेनानियों का आधार कैंप स्थित था. यही से उन्होंने नोआखली, फेनी और बांग्लादेश के कोमिला जिले के कुछ हिस्सों से पाकिस्तानी सेना के खिलाफ अपना अभियान शुरू किया था. पार्क में एक 57 फुट ऊंचा टावर बनाया गया है, जहां पड़ोसी बांग्लादेश के नोआखली और फेनी जिले के हिस्सों को देखा जा सकता है.
कैसे पहुंचे : अगरतला रेलवे स्टेशन उदयपुर के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है. इस राजधानी शहर से सिलचर-लामडिंग मार्ग के लिए भी ट्रेनों की सेवा उपलब्ध है. सैलाना गुवाहाटी से एक इंटर सिटी ट्रेन द्वारा लामडिंग या सिलचर पहुंचे और फिर वहां से अगरतला के लिए एक और ट्रेन लें. अगरतला से उदयपुर पहुंचने के लिए नियमित रुप से परिवहनों की सुविधा उपलब्ध है.