मथुरा की होली से लेकर जयपुर के एलीफेंट फेस्टिवल तक, मार्च में लें यहां घूमने का मजा
मार्च महीने में कहां घूमने जाएं अगर आप इसे लेकर हो रहे हैं कनफ्यूज तो यहां डालें एक नजर। इन जगहों पर इस दौरान रंगारंग कार्यक्रम होते हैं जिसे देखने का अलग ही मजा है।
मार्च का महीना सुहावने मौसम के साथ ही घूमने-फिरने के भी कई ऑप्शन लेकर आता है। नार्थ इंडिया से लेकर साउथ तक में इस माह रंगारंग कार्यक्रम होते हैं। इंटरनेशनल योग फेस्टिवल, मायोको, मेवाड़ जैसे फेस्टिवल में हिस्सा लेकर न सिर्फ आपको यहां की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलता है बल्कि उस दौरान घूमने का भी अलग ही मजा होता है।
इंटरनेशनल योग फेस्टिवल
ऋषिकेश में हर साल मार्च में इंटरनेशनल योग फेस्टिवल का आयोजन होता है जिसमें दुनिया के कोने-कोने से ट्रेनर्स और एक्सपर्ट पहुंचते हैं। पूरे एक हफ्ते तक चलने वाले इस योग फेस्टिवल में योग के साथ ज्ञान का भी आदान-प्रदान किया जाता है।
कब- 1-7 मार्च 2020
कहां- परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश, उत्तराखंड
होली
होली, सिर्फ रंगों का नहीं, खुशियां भी बांटने का त्योहार है। वैसे तो भारत में ज्यादातर जगहों पर बहुत ही धूमधाम के साथ ये त्योहार मनाया जाता है लेकिन मथुरा में मनाई जाने वाली होली दुनियाभर में मशहूर है। जिसे देखने देश-विदेश से लोग आते हैं। रंगों के अलावा यहां लठ मार और फूलों से होली मनाने की परंपरा है।कब- 9-10 मार्च 2020
कहां- पूरे भारत में
जयपुर एलिफेंट फेस्टिवल
भारत में देवी-देवताओं के अलावा नदियों, वृक्षों और पशु-पक्षियों की भी पूजा की जाती है। जिसका खूबसूरत नजारा आप जयपुर के एलिफेंट फेस्टिवल आकर देख सकते हैं। हर साल होली के मौके पर भगवान गणेश के वाहन हाथी की पूजा होती है। भारी गहनों और कपड़ों से उन्हें सजाया जाता है। इसके साथ ही इस फेस्टिवल में एलिफेंट पोलो, एलिफेंट रेस, हाथी और मनुष्यों के बीच की रस्साकशी जैसे कई रोमांचक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होता है।
कब- 10 मार्च 2020
कहां- जयपुर, राजस्थान
म्योको फेस्टिवल
मार्च का महीना नार्थ ईस्ट को एक्सप्लोर करने के लिए बेस्ट सीज़न होता है। क्योंकि उस दौरान यहां कई तरह के फेस्टिवल्स खासतौर से ट्राइबल फेस्टिवल का आयोजन होता है। अरुणाचल प्रदेश के जीरो वैली में मनाया जाता है म्योको फेस्टिवल। आपतानी जनजाति द्वारा मनाया जाने वाला ये फेस्टिवल खेती, समृद्धि से जुड़ा होता है। इसके साथ ही कई तरह के लोकनृत्य और संगीत का भी मजा ले सकते हैं।
कब- 20-30 मार्च 2020
कहां- जीरो, अरूणाचल प्रदेश
शिगमोत्सव
शिगमोत्सव फेस्टिवल के दौरान गोवा की खूबसूरती का अलग ही नजारा देखने को मिलता है। एक हफ्ते तक चलने वाला ये फेस्टविल फागुन (हिंदू कैलेंडर) के पांचवे दिन शुरू होकर पूर्णिमा तक चलता है। फेस्टिवल के पांचवें दिन को रंग पंचमी के नाम से जाना जाता है जब लोग रंग-बिरंगे कपड़ों में तैयार होकर मंदिर दर्शन के लिए जाते हैं। लाल रंग के झंडे, तोरण के साथ गोवा के गांवों में लोगों को देखा जा सकता है। शिगमो, गोवा की होली है जिसका खास आकर्षण होता है घोड़े का डांस, जिसमें आदमी, घोड़े का रूप धारण कर डांस करते हैं।
कब- मार्च 2020
कहां- गोवा
चापचार फेस्टिवल
हर साल मार्च महीने में धूमधाम से मनाया जाने वाला चापचार मिजोरम के खास फेस्टिवल में से एक है। इसे वसंत महोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। पारंपरिक जूलरी और ट्रेडिशनल कपड़े पहने लोग लोकनृत्य और संगीत प्रस्तुत करते हैं। बैंबू डांस नार्थ ईस्ट का ट्रेडिशनल डांस है। तो अगर आप नार्थ ईस्ट की इस अनोखी संस्कृति से रुबरू होना चाहते हैं तो चापचार फेस्टिवल में शामिल हों।
कब- मार्च के पहले हफ्ते में
कहां- आइजोल, मिजोरम
बसंत उत्सव, शांतिनिकेतन
अलग-अलग जगहों पर होली की धूमधाम तो बहुत देखी होगी आपने लेकिन शांतिनिकेतन के बसंत उत्सव के बारे में शायद ही सुना होगा, अगर ऐसा है तो आपने बहुत कुछ मिस किया। नाच, गाने और ट्रेडिशनल डोल उत्सव को शांतिनिकेतन में अलग ही तरीके से मनाया जाता है। इस फेस्टिवल्स में शामिल होकर आप भी यहां होने वाले रंगारंग कार्यक्रमों का हिस्सा बन सकते हैं।
कब- 20 मार्च 2020
कहां- शांतिनिकेतन
अराटू फेस्टिवल
केरल के खास फेस्टिवल्स में से एक है अराटू फेस्टिवल। जो 5 दिनों तक चलता है। केरल के जर्नादन स्वामी मंदिर में इसका आयोजन होता है। जिसमें सिल्क की खूबसूरत छतरी के साथ निकलने वाला हाथियों का जुलूस और रात भर चलने वाला कथककली नृत्य बहुत ही खास होता है।
कब- 24 मार्च 2020
कहां- जर्नादन स्वामी मंदिर, वरकाला