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रोग, तकलीफ ही नहीं मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन से खतरनाक भूत-प्रेत से भी मिलती है मुक्ति

हिंदुओं के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है राजस्थान का मेहंदीपुर बालाजी। जिसके दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 03:33 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 03:33 PM (IST)
रोग, तकलीफ ही नहीं मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन से खतरनाक भूत-प्रेत से भी मिलती है मुक्ति
रोग, तकलीफ ही नहीं मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन से खतरनाक भूत-प्रेत से भी मिलती है मुक्ति

राजस्थान के सिकराय तहसील में स्थित है हनुमान जी का बहुत ही प्रसिद्ध 'मेहंदीपुर बालाजी मंदिर'। जिसे घाटा मेहंदीपुर भी कहा जाता है। दो पहाड़ियों के बीच बना यह मंदिर खूबसूरत होने के साथ ही हिंदुओं के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। हनुमानजी को समर्पित इस मंदिर में दर्शन के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है। हनुमान जी की कृपा से यहां आकर भूत-पिशाच से छुटकारा मिल जाता है।

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अरावली पर्वत पर बने इस मंदिर को एक हजार साल पुराना माना जाता है। जहां तीन देवताओं बालाजी महाराज, प्रेतराज सरकार और श्री भैरव की पूजा होती है। यह हनुमानजी के शक्तिशाली मंदिरों में से एक है। बड़ी से बड़ी और खतरनाक भूत-प्रेतात्माओं से यहां आकर मुक्ति मिल जाती है। बालाजी की आरती के समय तो यहां का नज़ारा ही अलग होता है। जब पीड़ित छटपटाते हुए नज़र आते हैं। 

लोगों का सोचना है कि श्री मेहंदीपुर बालाजी में जिन्हें भूत-प्रेत, चौकी, बंधन और खास रोग होता है वो ही आते है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं। हर तरह के दुख, तकलीफ हो जाते हैं दूर मेहंदीपुर बालाजी आकर। 

मेहंदीपुर धाम आने से पहले ध्यान रखें ये बातें

बाला जी में न तो किसी को अपना प्रसाद दें और न ही स्वयं किसी दूसरे से प्रसाद खाएं।

अक्सर लोग मंदिरों से प्रसाद घर लेकर आते हैं लेकिन यहां इसके विपरीत है प्रसाद तो दूर यदि आपने कोई सामान्य खाद्य पदार्थ भी यहां से लिया है तो वह भी आपको वहीं छोड़ना होता है बाला जी के धाम से आते समय अपने साथ खाने-पीने की वस्तु न लेकर चलने की सलाह दी जाती है। 

कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग

यदि आप फ्लाइट से आ रहे हैं तो जयपुर या दिल्ली तक तक की फ्लाइट लें। वहां से श्री मेहंदीपुर धाम आएं। जयपुर एवं दिल्ली से डायरेक्ट बस सेवा एवं प्राइवेट टैक्सी आसनी से मिल जाती है। जयपुर से 100 और दिल्ली से 260 किमी है यह धाम।

रेल मार्ग 

अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं तो बांदीकुई नज़दीकी रेलवे स्टेशन है। बांदीकुई से 40 किमी की दूरी पर स्थित है मेहंदीपुर धाम। जयपुर, कानपूर, बरेली, आगरा, मथुरा, लखनऊ, चंडीगढ़ जैसे ज्यादातर शहरों से ट्रेन की सुविधा अवेलेबल है। 

सड़क मार्ग 

अगर आप सड़क मार्ग से आ रहे हैं तो मथुरा, जयपुर, दिल्ली , नोएडा, गुडगाँव, रेवाड़ी, अलवर, अलीगढ, बरेली से प्राइवेट और पब्लिक दोनों तरह की बसें मिल जाएंगी। 


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