Move to Jagran APP

दिसंबर में आकर करें नंदनकानन अभ्यारण्य में फैली खूबसूरती और एडवेंचर को एक्सप्लोर

दिसंबर का महीना सर्वोत्तम है नंदनकानन अभ्यारण्य घूमने के लिए। जब यहां आप जंगली जानवरों के साथ ही आसपास फैली खूबसूरती को भी कर सकते हैं अपने कैमरे में कैद।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 03:57 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 03:57 PM (IST)
दिसंबर में आकर करें नंदनकानन अभ्यारण्य में फैली खूबसूरती और एडवेंचर को एक्सप्लोर
दिसंबर में आकर करें नंदनकानन अभ्यारण्य में फैली खूबसूरती और एडवेंचर को एक्सप्लोर

भुवनेश्र्वर से लगभग 60 किमी. दूर बसा पुरी घूमने के लिहाज से बहुत ही अच्छी जगह है। मंदिर, बीच के अलावा यहां का नंदनकानन अभ्यारण्य भी देखने वाली खूबसूरत जगहों में से एक है।  

loksabha election banner

बारंग रेलवे स्टेशन के निकट कोलकाता-चेन्नई रेलवे लाइन के साथ स्थित नंदनकानन प्राणिविज्ञान पार्क की स्थापना 27 दिसंबर, 1960 को की गई थी। यह पुरी से लगभग 75 किमी. की दूरी पर स्थित है। नंदनकानन का अर्थ है-आनंद का बाग। कंजिया झील के पानी के साथ-साथ भुवनेश्र्वर से 20 किमी. की दूरी पर चिड़ियाघर, वनस्पति बगीचे और अभयारण्य का यह संयोजन आपको सहज ही मोह लेगा। 

नंदनकानन अभ्यारण्य 

यह प्राणिविज्ञान पार्क 362 हेक्टेयर के वन क्षेत्र, प्राकृतिक बंजरभूमि तथा केझिया झील में फैला है, जो 66 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में विस्तारित है। 

अभ्यारण्य की खासियत

यहां स्तनधारियों की 46 प्रजातियों, पक्षियों की 59 प्रजातियों तथा रेंगने वाले जीवों की 21 प्रजातियों का पोषण होता है। श्र्वेत बाघों के अतिरिक्त, कई लुप्त प्राय प्रजातियां, जैसे-संघाई, लायन टेलड, नीलगिरि लंगूर, भारतीय पांगोलिन, माउस डियर तथा असंख्य पक्षी, रेंगने वाले जीव तथा मछलियां यहां वास कर रही हैं।

नंदनकानन प्राणिविज्ञान पार्क ओडिशा के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों में से एक है। विविध प्रकार के पशुओं के साथ नंदनकानन का अद्वितीय प्राकृतिक परिवेश समस्या ग्रस्त जंगली पशुओं के पुनर्वास केंद्र और घायल तथा अशक्त पशुओं के लिए बचाव केंद्र के रूप में भी कार्य करता है।

कैसे और कब जाएं

केवल बारिश के महीनों को छोड़कर यहां साल भर पर्यटकों के आगमन के लिए अनुकूल मौसम रहता है। यह प्रदेश सड़क, रेल एवं हवाई मार्ग से बेहतर जुड़ा हुआ है। प्रमुख हवाई अड्डा राजधानी भुवनेश्र्वर में है, जो कि श्रीक्षेत्र धाम पुरी एवं अन्य तमाम तीर्थ स्थलों व पर्यटनो स्थलों के केंद्र में है। रेल मार्ग के जरिए पर्यटक भुवनेश्र्वर एवं पुरी दोनों ही शहरों में मौजूद पर्यटन स्थल के लिए आसानी से आवागमन कर सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.