घूमने-फिरने के शौकीनों के लिए एडवेंचर से भरा है ये खतरनाक एयरपोर्ट
नेपाल के इस एयरपोर्ट पर कोई भी कंट्रोल टावर,रडार और संचालन मशीन नहीं है और साथ ही मौसम कुछ मिनट में बदलता रहता है.
घूमने-फिरने के शौकीन ज्यादातर लोग एडवेंचर को भी पसंद करते हैं. दूसरे लोगों के लिए जो चीज खतरा है, वो उन्हें लिए एडवेंचर है. ऐसी ही एक जगह है, जिसे दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में से एक माना जाता है.
लुका एयरपोर्ट जिसे तेनजिंग हिलेरी एयरपोर्ट कहा जाता है, नेपाल में स्थित है.
इस एयरपोर्ट को 1960 में बनाया गया था. हिमालय के प्रवेश द्वार पर बसा लुका शहर का यह एयरपोर्ट विश्व का सबसे खतरनाक एयरपोर्ट है. माउंट एवेरेस्ट की चोटी पर चढ़ने वाले प्रथम व्यक्ति तेनज़िंग नोर्गे और एडमंड हिलेरी के सम्मान में 2008 में इसका नाम बदलकर तेनज़िंग हिलेरी एयरपोर्ट कर दिया गया. माउंट एवेरेस्ट को जीतने की चाहत रखने वाले अनेक पर्वतारोही लुका से अपनी यात्रा शुरू करते हैं इसलिए इस एयरपोर्ट पर रोज हेलीकॉप्टर और छोटे हवाई जहाज लैंड करते हैं, जिससे वह अपने मिशन को कम समय में और आसानी से पूरा कर पाते हैं.
नेपाल के इस एयरपोर्ट पर कोई भी कंट्रोल टावर,रडार और संचालन मशीन नहीं है और साथ ही मौसम कुछ मिनट में बदलता रहता है, जिसकी वजह से एक्सीडेंट्स का खतरा और भी बढ़ जाता है. पायलट सिर्फ कॉकपिट पर निर्भर रहते हुए किसी भी फ्लाइट को टेक-ऑफ और लैंड करते हैं ,कितनी बार पायलट अपने अनुभव और प्रैक्टिस से ही लैंडिंग करते हैं. पायलट्स की जरा सी चूक उनको 10,000 फ़ीट नीचे ले जा सकती है क्योंकि यहाँ का 20 मीटर चौड़ा 460 मीटर लम्बा रनवे एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के स्टैंडर्ड रनवे की तुलना में 10 गुना छोटा है जिसको सिर्फ एक छोटी वॉक से नापा जा सकता है.
त्रिभुवन एयरपोर्ट काठमांडू के बाद लुका एयरपोर्ट अब दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा बिजी रहने वाला एयरपोर्ट है यहां प्रतिदिन 79 फ्लाइट्स संचालित होती है. खतरनाक होने के बावजूद टूरिस्ट इस एयरपोर्ट को देखने आते हैं.