लद्दाख में टूरिज़्म और ट्रैकिंग के नए मार्गों को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
पर्यटन के साथ आर्थिक गतिविधि बढ़ाने के लिए गृह मंत्रालय ने लद्दाख में नए पर्यटक एवं ट्रैकिंग मार्ग को मंजूरी दे दी है।
जम्मू कश्मीर के लद्दाख में पिछले कुछ सालों में देश-विदेश से आने वाले टूरिस्टों की संख्या में बहुत ज्यादा बढ़त हुई है। जिससे यहां टूरिज्म इंडस्ट्री के साथ-साथ रोजगार को भी फायदा मिला है। लेकिन लद्दाख पहुंचने का रास्ता काफी खतरनाक और चैलेजिंग है जिसके चलते आधे से ज्यादा सीज़न यहां आवाजाही बंद रहती है जिससे टूरिज़्म इंडस्ट्री का काफी नुकसान भी होता है।
इन्हीं प्रॉब्लम्स को देखते हुए और पर्यटन के साथ आर्थिक गतिविधि बढ़ाने के लिए गृह मंत्रालय ने नए पर्यटक एवं ट्रैकिंग मार्ग को मंजूरी दे दी है।
गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, 'कि यह कदम फैसला प्रधानमंत्री विकास पैकेज-2015 के तहत उठाए गए कदमों से मिली सफलता के बाद ही लिया गया है।' जम्मू-कश्मीर सरकार ने लद्दाख का गौरव, समृद्ध संस्कृति और यहां की खूबसूरती को बड़े लेवल पर ले जाने के लिए कई पर्यटक एवं ट्रैकिंग मार्ग खोलने का प्रस्ताव दिया था। इससे 'उच्चे दर्रे वाले लद्दाख' में पर्यटन के साथ आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
नए टूरिस्ट रूट्स
मेर-क्लेमा बेंड-चुशुल-कारत्संगला-माहे
दुरबुक-शाहीकुल-थारुक-सातो-कारग्यम-प्रमा-अर्थ-चुसुल और लोमा-हांले
कार्जोक- नुब्रो- सुम्दो- परंगला- कजांद और अग्याम- शायोक- दुर्बक
नए ट्रैकिंग रूट्स
फियांग- डोक्ला- हंडरडोक- हंडर
बासगो- ने- हंडरडोक- हंडर
टेमिस्गम- लारग्याप- पंचाथांग- स्कूरू और सास्पोल- सास्पोचे- राकुराला- स्कूरू