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मनाली अवश्य जायं वहां की सुदंरता देखते बनती है

अगर आप घुमने के शौकिन हैं तो मनाली अवश्‍य जायं वहां की सुदरता देखते बनती है अगर आप भी अपने हनीमून को एक खूबसूरत रोमांचक तड़का देना चाहते हैं तो सैर करें मनाली की।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 25 Apr 2016 12:56 PM (IST)Updated: Mon, 25 Apr 2016 01:11 PM (IST)
मनाली अवश्य जायं वहां की सुदंरता देखते बनती है
मनाली अवश्य जायं वहां की सुदंरता देखते बनती है

अगर आप घुमने के शौकीन हैं तो मनाली अवश्य जायं वहां की सुदंरता देखते बनती है । अगर आप भी अपने हनीमून को एक खूबसूरत रोमांचक तड़का देना चाहते हैं तो सैर करें मनाली की।
मनाली की ऊंचाई 1,950 मीटर या 6,398 फीट कुल्लू घाटी के उत्तरी छोर के निकट व्यास नदी की घाटी में स्थित, भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य की पहाड़ियों का एक महत्वपूर्ण पर्वतीय स्थल हिल स्टेशन है।

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मनाली शहर का नाम मनु के नाम पर पड़ा है। मनाली शब्द का शाब्दिक अर्थ "मनु का निवास-स्थान" होता है।पौराणिक कथा है कि जल-प्रलय से दुनिया की तबाही के बाद मनुष्य जीवन को दुबारा निर्मित करने के लिए साधु मनु अपने जहाज से यही पर उतरे थे। मनाली को "देवताओं की घाटी" के रूप में जाना जाता है। पुराने मनाली गांव में ऋषि मनु को समर्पित एक अति प्राचीन मंदिर हैं। ब्रिटिश राज ने सेब के पेड़ और ट्राउट एक प्रकार की मछली की शुरुआत की जो मनाली के पेड़-पौधों एवं जीवों में बिल्कुल नहीं पाई जाती थीं। ऐसा कहा जाता है कि जब सेब के पेड़ों का रोपण हुआ तो इतने ज्यादा सेब फलने लगते थे कि उनकी टहनियां वजन को न सह पाने के कारण गिर जाती थी। आज भी यहां के अधिकांश निवासियों के लिए बेर और नाशपाती के साथ-साथ सेब भी इनके आय के सबसे बड़े माध्यम हैं।

मनाली में पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिला। मनाली एक लोकप्रिय हिमालय सम्बन्धी पर्यटक स्थल है और यह हिमाचल प्रदेश आने वाले कुल यात्रियों का लगभग एक चौथाई हिस्सा दर्शाता है। मनाली का ठंडा वातावरण भारत की चिलचिलाती गर्मी के मौसम में भी राहत प्रदान करता है। मनाली अपने चमकदार गोम्पाओं या बौद्ध मठों के लिए जाना जाता हैं। मनाली साहसी खेलों जैसे स्कीइंग, हाइकिंग, पर्वतारोहण, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग, कायाकिंग और माउन्टेन बाइकिंग के लिए मशहूर हैं। यॉक स्कीइंग इस क्षेत्र का एक अनोखा खेल है।मनाली इसके अलावा गर्म बसंत, धार्मिक तीर्थ स्थानें और तिब्बती बौद्ध मंदिरें भी प्रदान करता है।

कैसे जाएं- रेल मार्ग - नजदीक के रेलवे स्टेशन चंडीगढ़, शिमला, जोगिन्दर नगर है।

सड़क मार्ग - टैक्सी और लग्जरी बसें दिल्ली, चंडीगढ और कुल्लू से चलती हैं। मनाली से वापस आने के लिए बस सेवा उपलब्ध है।

हवाई मार्ग - नजदीक का हवाई अड्डा भुंतर है। यह कुल्लू से 10 किलोमीटर और मनाली से 50 किलोमीटर दूर है।

कहां ठहरें- होटल , लॉग हट्स , सरवरी कुल्लू, होटल कुंजम मनाली तथा मनाली हट्स, दूसरे होटलों के लिए मनाली स्थित पर्यटन केंद्र से संपर्क करें।

तापमान - गर्मियों में अधिकतम 26 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस, सर्दियों में अधिकतम 12 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम शून्य से कम।


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