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इस तारीख को खुलेंगे बद्रीनाथ के कपाट, श्रद्धालु कर सकेंगे प्रभु के दर्शन

बद्रीनाथ उत्तराखंड के चमोली जिले में पड़ता है। हर साल दीपावली के अगले दिन से सर्दियों बद्रीनाथ के कपाट को बंद कर दिया जाता है। इसके बाद ग्रीष्म ऋतु में कपाट को पुन खोला जाता है। सर्दी के दिनों में बद्रीनाथ बर्फ की चादरों से ढकी रहती है।

By Umanath SinghEdited By: Published: Fri, 19 Feb 2021 03:00 PM (IST)Updated: Fri, 19 Feb 2021 03:00 PM (IST)
इस तारीख को खुलेंगे बद्रीनाथ के कपाट, श्रद्धालु कर सकेंगे प्रभु के दर्शन
हर साल दीपावली के अगले दिन से सर्दियों बद्रीनाथ के कपाट को बंद कर दिया जाता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए बड़ी खुशखबरी देवों की भूमि उत्तराखंड से आ रही है। खबरों की मानें तो 18 मई से बद्रीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस बात की पुष्टि चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की अधिकारिक घोषणा से होती है, जिसमें कहा गया है कि 18 मई को सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर बद्रीनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे। यह विशेष शुभ मुहूर्त वसंत पंचमी के दिन एक कार्यक्रम में निकाला गया था। धार्मिक मान्यता के अनुसार, केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट अक्षय तृतीया के बाद खोला जाता है। इसमें सबसे पहले केदारनाथ का कपाट खोला जाता है और उसके बाद बद्रीनाथ का कपाट खोला जाता है।  इस साल 14 मई को अक्षय तृतीया है और 18 मई बद्रीनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ के कपाट खोलने की घोषणा अभी तक नहीं हुई है।

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बद्रीनाथ उत्तराखंड के चमोली जिले में पड़ता है। हर साल दीपावली के अगले दिन से सर्दियों बद्रीनाथ के कपाट को बंद कर दिया जाता है। इसके बाद ग्रीष्म ऋतु में कपाट को पुन: खोला जाता है। सर्दी के दिनों में बद्रीनाथ बर्फ की चादरों से ढकी रहती है। बद्रीनाथ चार धामों में एक धाम है इसके अलावा केदारनाथ गंगोत्री और यमुनोत्री है श्रद्धालु बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन चार धामों की यात्रा करते हैं। चार धामों के अलावा देवों की भूमि उत्तराखंड में तुंगनाथ और मदमहेश्वर मंदिर भी सर्दी के दिनों में बंद रहता है।

आपको बता दें कि पिछले साल कोरोनावायरस महामारी के चलते चार धाम के कपाट को खोलने में काफी समय लगा था, क्योंकि कोरोनावायरस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी सार्वजनिक स्थलों सहित धार्मिक स्थलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया था। लंबे अंतराल के बाद चार धाम के कपाट को खोला गया था। इसके लिए गाइडलांइस जारी किया गया था।


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