2 से 3 दिनों की छुट्टी में एडवेंचर और बजट ट्रिप के लिए बेहतरीन जगह है कांगड़ा
सितंबर महीने में घूमने वाली जगहों की तलाश कर रहे हैं तो हिमाचल के कांगड़ा आने का प्लान करें। जहां पहाड़ों पर ट्रैकिंग के अलावा एडवेंचर के लिए भी है कई सारे ऑप्शन्स।
चाय, चावल और कुल्लू फलों के लिए मशहूर कांगड़ा बहुत ही खूबसूरत और ऐसी जगहों में शामिल है जहां जाने के लिए दो से तीन दिन की छुट्टियां काफी हैं। हिमाचल में बसा कांगड़ा चारों ओर से ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों से घिरा हुआ है। इसे पहले नगरकोट के नाम से जाना जाता था।
एडवेंचर के ऑप्शन
काकेरी लेक ट्रैक, बालेनी पास, लम दल, मिनकियानी पास, द्रूनी लेक, चागरोटू, इंद्राहारा पास, कैंपिंग, पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग के अलावा आप अंडरेट्टा गांव आकर यहां की खूबसूरती को भी एक्सप्लोर और एन्जॉय कर सकते हैं।
कांगड़ा में घूमने वाली जगहें
वज्रेश्वरी मंदिर
कांगड़ा में नेचुरल ब्यूटी ज्यादा देखने को मिलती है घूमने-फिरने के इतने ऑप्शन नहीं। यहां बहुत ही मशहूर वज्रेश्वरी देवी का मंदिर है। जो एक भूकंप में तबाह हो गया था जिसे फिर से उसी जगह बनाया गया है। हिंदू त्योहरों के दौरान बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु आते हैं।
नगरकोट फोर्ट
प्राचीन नगरकोट किला यहां से 2.5 किमी दूर दक्षिण की ओर है। हालांकि किले में देखने के लिए अब कुछ खास बचा नहीं है लेकिन आसपास के खूबसूरत नजारों और मांझी-बैनर नदियों के संगम को यहां से देखना आसान है।
मसरूर
कांगड़ा से 15 किमी दूर है मसरूर जो अपने अनोखे मंदिरों के लिए जाना जाता है। यहां 10वीं सदी में बने लगभग 15 रॉक-कट टैंपल हैं। जो देखने में काफी कुछ एलोरा जैसे हैं। यहां तक पहुंचने का रास्ता भी बहुत ही खूबसूरत है।
ज्वालामुखी मंदिर
कांगड़ा से 34 किमी की दूरी पर है ज्वालामुखी मंदिर। जो यहां का खास आकर्षण है।
कब जाएं
सितंबर का महीना यहां जाने के लिए एकदम परफेक्ट है क्योंकि उस समय यहां का तापमान 22-30 डिग्री रहता है। जब न ही ज्यादा गर्मी रहती है और न ही सर्दी। ट्रैकिंग के लिए मई से जून का महीना बेस्ट है।
कहां ठहरें
कांगड़ा में रहने के लिए आपको सस्ते और अच्छे ऑप्शन मिल जाएंगे। कैंप से लेकर होटल्स और होमस्टे तक यहां अवेलेबल हैं। यहां तक कि कुछ एक जगहों पर आपको पीडब्लूडी और वन विभाग के रेस्ट हाउस भी हैं।
कैसे जाएं
सड़क मार्ग- दिल्ली, शिमला, मनाली, चंडीगढ़ जैसे सभी बड़े शहरों से यहां तक के लिए लगातार बसें चलती रहती हैं।
रेल मार्ग- यहां तक पहुंचने का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन पठानकोट है जहां से कांगड़ा की दूरी 94 किमी है। जिसके लिए यहां स्टेशन के बाहर बसों और टैक्सी की सुविधा अवेलेबल रहती है।
हवाई मार्ग- गग्गल यहां का सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट है।