दिवाली 2018ः खूबसूरत बनाने के साथ ही सुख-शांति के लिए घर की दीवारों को सजाएं इन रंगों के साथ
रंगों का सही तालमेल न सिर्फ घर को सुंदर बनाता है बल्कि हेल्दी और हैप्पी लाइफ के लिए भी बहुत ही जरूरी होता है। तो आज हम बात करेंगे घर की दीवारों को इस दिवाली किस रंग से सजाएं।
रंगों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है ये सिर्फ हमारी आंखों को ही सुकून नहीं देते बल्कि जीवन में घटने वाली कई प्रकार की घटनाओं से उबरने और चीज़ों के प्रति अलग नजरिया कायम करने में भी मदद करते हैं। आपने देखा होगा रत्नों में भी कलर्स की कितनी महत्ता है। कुछ लोग तो दिन के हिसाब कपड़ों में भी कलर्स को वरीयता देते हैं। इन्हीं जरूरी चीज़ों में शामिल है आपका घर। जी हां, जहां आपका ज्यादातर वक्त गुजरता है तो इसके लिए भी रंगों का चुनाव करते समय कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
रंगों का सही तालमेल न सिर्फ घर को सुंदर बनाता है बल्कि हेल्दी और हैप्पी लाइफ के लिए भी बहुत ही जरूरी होता है। तो आज हम बात करेंगे बेडरूम से लेकर ड्राइंग रूम, किचन से लेकर बाथरूम की दीवारों पर कौन सा रंग करवाएं जो जीवन में सुख-शांति को बरकरार रखें।
मास्टर बेडरूम
वैसे तो मास्टर बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए और वास्तु के हिसाब से इस कमरे के लिए नीले रंग को शुभ माना जाता है।
नीले रंग की खासियत
नीला कलर सुंदरता, शांति, संतुष्टि, संवेदना, प्रेरणा, सच्चाई और दया का प्रतीक होता है। साथ ही ये रंग दुःख और दर्द से उबरने में भी सहायक होता है इसलिए बेडरूम में इस कलर को प्राथमिकता दी जाती है। आप घर के किसी बड़े एरिया को भी इस कलर से पेंट करवा सकते हैं। हां, छोटे रूम्स में ब्लू कलर को अवॉयड करें। क्योंकि ये उसे और भी छोटा दर्शाता है और साथ ही इस बात का भी खास ख्याल रखें कि ब्लू के लाइट शेड्स कमरों के लिए चुनें।
गेस्ट रूम/ ड्राइंग रूम
वास्तु के अनुसार ड्राइंग रूम की दिशा उत्तर पश्चिम की ओर होनी चाहिए। और इस रूम को सफेद रंग से पेंट करवाएं।
सफेद रंग की खासियत
सफेद कलर प्योरिटी, सफाई, सादगी, खुले विचारों को सूचक होता है। इसके अलावा प्राइवेसी और इंटीमेसी के लिए भी सफेद कलर का इस्तेमाल किया जाता है। वैसे तो ड्राइंग रूम में प्राइवेसी मुश्किल ही है इसलिए पूरे रूम को व्हाइट कलर से पेंट करवाने की जगह आप इसके साथ और भी दूसरे कलर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे- येलो या ग्रीन। जो न सिर्फ उस कमरे की खूबसूरती बढ़ाएगा बल्कि रंगों का तालमेल एक अलग ही एनर्जी पैदा करेगा।
बच्चों का रूम
बच्चों के कमरे के लिए भी उत्तर-पश्चिम दिशा ही सही माना जाता है। क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ उन्हें एकाग्रता और स्थिरता की ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में उनके कमरे को पीले रंग से नया लुक देने के साथ ही आप उनकी इस चीज़ में भी काफी हेल्प कर सकते हैं।
पीले रंग की खासियत
चूंकि पीला रंग खुशी, प्योरिटी, सकारात्मक सोच, स्थिरता, विकास का सूचक होता है। जिसकी बच्चों को बहुत ज्यादा जरूरत होती है।
किचन
घर का किचन दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। और इसे ऑरेंज या लाल रंग से रंगवाएं। यहां घर की महिलाओं का ज्यादा समय व्यतीत होता है। ऐसे में उनके अंदर उत्साह को बरकरार रखने के लिए ऑरेंज और लाल दोनों ही कलर कारगर होते हैं।
ऑरेंज और लाल रंग की खासियत
ऑरेंज कलर अच्छी सेहत, एनर्जी, कम्फर्ट, सजीवता और अच्छे विचारों को बयां करता है। तो घर में खुशहाली और अच्छी सेहत बरकरार रखने के लिए किचन की दीवारों पर ऑरेंज कलर करवाएं।
और अगर आप लाल रंग से किचन को नया लुक देना चाहती हैं तो ये भी एक अच्छा ऑप्शन रहेगा। बिल्कुल लाल रंग की जगह इसके अलग-अलग शेड्स का इस्तेमाल करें।
हॉल
हॉल की दिशा उत्तर-पश्चिम या उत्तर-पूर्व की ओर होनी चाहिए। और इसे हरे या सफेद रंग से कलर करवाएं।
हरे रंग की खासियत
हरा रंग सकारात्मक, विकास, बलिदान, रिलैक्सेशन और समृद्धि की निशानी माना जाता है। अस्पतालों में इसलिए ही इस कलर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। तो अपने इस रूम में पॉजिटिव एनर्जी को बनाए रखने के लिए हरे रंग से कलर करवाएं।
बाथरूम
बाथरूम उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। वास्तु के अनुसार ब्राइट और लाइट कलर्स हमेशा से ही पॉजिटिव एनर्जी को अट्रैक्ट करने का काम करते हैं। ऐसे में व्हाइट, लाइट ब्लू और पेल ग्रीन के ऑप्शन्स बाथरूम की दीवारों के लिए बेहतरीन रहेंगे। हां डार्क कलर्स जैसे रेड और काई ग्रीन अवॉयड करें।