मानसिक तनाव दूर करने में काफी हद तक काम आएंगी ये टिप्स
हर खासोआम को अपनी गिरफ्त में लेने वाला तनाव वर्तमान समय की एक बहुत ही बड़ी समस्या है। जिससे बाहर आना बहुत ही मुश्किल होता है लेकिन नामुमकिन नहीं इससे मुक्ति दिलाने में यहां दिए जा रहे टिप्स कर सकते हैं मदद।
हर वक्त किसी बुरी याद में डूबे रहना, किसी अपने खास के बिछड़ने का गम, जिंदगी में चल रही परेशानियों के बारे में सोचने से तनाव घर करने लगता है। जिसकी वजह से न खाने का दिल करता है, न नींद आती है और भी ऐसी दूसरी परेशानियां घर करने लगती हैं। तो कैसे इनसे बाहर निकलें जानने के लिए पढ़ें यह लेख।
टाइम मैनेजमेंट: डेडलाइन का दबाव कामकाज़ी लोगों में तनाव का बड़ा कारण है। इसलिए दिन की शुरुआत ज़रूरी कामों की लिस्ट बनाकर करें। कोशिश करें कि हर काम समय से पूरा हो। इससे दबाव तो कम होगा ही, वर्क-लाइफ बैलेंस मेंटेन करने में भी आसानी होगी।
प्रतिक्रियावादी न बनें: कुछ लोगों को हर बात पर प्रतिक्रिया देने की आदत होती है। ऐसे लोग पहले बिना सोचे-समझे प्रतिक्रिया देते हैं, फिर बात बिगडऩे के डर से तनाव में आ जाते हैं। अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं तो अपनी इस आदत पर $काबू पाएं। धैर्य और तोल-मोल कर बोलने की आदत से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
पूरी नींद लें: कई बार काम के दबाव के चलते नींद पूरी नहीं होती और चिड़चिड़ाहट होने लगती है। इसलिए हर हाल में रोज़ 8 घंटे की नींद ज़रूर लें। भरपूर नींद से थकान दूर होती है और मन खुश रहता है। छोटी-छोटी बातों पर तनाव नहीं होता।योग-ध्यान ज़रूर करें: तमाम व्यस्तताओं के बावज़ूद व्यायाम ज़रूर करें। ध्यान-योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। रोज़ मॉर्निंग वॉक पर जाएं। इससे मन शांत और खुश रहेगा। तनाव दूर करने में मदद मिलेगी।
हंसने के मौके तलाशें: तनाव से मुक्ति का अच्छा उपाय खुलकर हंसना है। हंसने से शरीर की रोगों से लडऩे की क्षमता में इज़ाफा होता है। इसलिए खुद भी हंसते-मुस्कराते रहें और आसपास के लोगों को भी हंसने-खिलखिलाने के लिए प्रेरित करें। साथ ही खुशमिजाज़ लोगों को जि़ंदगी में जगह दें। उनके साथ ज़्यादा से ज़्यादा वक्त बिताने की कोशिश करें।
प्रकृति संग दोस्ती : मन जब परेशान हो, चिंता बढऩे लगे तो प्रकृति के बीच वक्त बिताने के बहाने तलाशें। कभी घर की बैलकनी में लगे पौधों की साफ-सफाई, तो कभी पुराने गमलों को फिर से पेंट कर रीअरेंज करें। ज़रूरत हो तो कुछ नए पौधे लगाएं। हरियाली के बीच वक्त बिताने से तनाव दूर होगा।
शौक संवारें: तनाव से बाहर आने के लिए खाली वक्त में अपने शौक संवारे। नया काम सीखें। जिन कार्यों से मन प्रसन्न रहता हो, उनके लिए वक्त निकालें। जैसे म्यूजि़क पसंद है तो मनपसंद गाने न केवल सुनें बल्कि उन्हें अपनी आवाज़ में रिकॉर्ड करके यू-ट्यूब पर अपलोड करें। ड्रॉइंग में मन लगता है तो खूबसूरत पेंटिंग बनाएं और उन्हें फ्रेम करके घर में लगाएं। पढऩे-लिखने का शौक हो तो ब्लॉग लिखें। कुछ ही दिनों में तनाव आपसे दूर भागता नज़र आएगा।
खुद से बतियाएंं: तनाव दूर करने के लिए खुद से बात करना भी ज़रूरी है। कभी दफ्तर से लौटते, कभी वॉक करते, तो किसी छुट्टी वाले दिन शाम को चाय पीते हुए आप खुद से बातें करें। इससे तनाव तो दूर होगा ही, नए आइडियाज़ भी आएंगे।
परिवार के साथ वक्त बिताएं: शोध बताते हैं कि परिवार के साथ रहने वालों के मुकाबले अकेले रहने वालों को तनाव अपेक्षाकृत जल्दी और ज़्यादा परेशान करता है। इसलिए परिवार के साथ ज़्यादा से ज़्यादा वक्त बिताने की कोशिश करें। छुट्टी वाले दिन सबके साथ फिल्म देखें, कोई अच्छी चीज़ बनाकर उन्हें खिलाएं या कहीं घूमने जाएं। तनाव दूर होगा। नई ऊर्जा मिलेगी।
प्रोफेशनल्स की मदद लें: इन उपायों के बाद भी तनाव बना रहे तो किसी मनोवैज्ञानिक सलाहकार से मदद लेने से हिचकिचाएं नहीं, क्योंकि तनाव को नज़रअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
(डॉ. ज्योति कपूर, सीनियर साइकिएट्रिस्ट से बातचीत पर आधारित)
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