Ramadan 2020 Wishes: इन प्यार भरे मैसेज से दें अपने प्रियजनों को रमजान की मुबारकबाद
Ramadan 2020 Wishes 23 अप्रैल से रमजान की शुरूआत हो रही है जो इस्लाम धर्म का बहुत ही पावन महीना होता है। लोग उपवास रखने के साथ ही एक-दूसरे को इस दिन की मुबारकबाद भी देते हैं।
इस्लाम में रमज़ान को बहुत ही पवित्र महीना मानते हैं। जिसकी शुरूआत 23 अप्रैल से हो रही है और इसके ठीक एक महीने बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है। रमजान की शुरूआत से लेकर ईद तक लोगों में अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। हर कोई एक-दूसरे को इस दिन की बधाई देता है। उपवास और इबादत के साथ ही अपने प्रियजनों और मित्रों को आप मैसेज भेजकर और फेसबुक, वॉट्सऐप स्टेट्स के जरिए भी रमज़ान की मुबारकबाद दे सकते हैं। लोग 30 दिनों तक नमाज अदा करने के साथ ही उपवास भी रखते हैं। एक महीने बाद चांद को देखने के बाद ये उपवास तोड़ा जाता है। रमज़ान का महीना खत्म होने के साथ ईद का त्योहार मनाया जाता है।
1. रमजान में हो जाए सबकी मुराद पूरी,
मिले सबको ढ़ेरों खुशियां और न रहे कोई इच्छा अधूरी
2. फूलों को बहार मुबारक,
किसानों को खलिहान मुबारक,
परिंदों को उड़ान मुबारक
चांद को सितारे मुबाक
आपको रमजान मुबारक
3. चांद सूरज और तारे
कहने आए हैं तुमको सारे
रमज़ान में रोजे की मांगो दुआ
और समझो हर सपना पूरा हुआ
रमज़ान मुबारक
4. कायम रहे खुदा पे वो ईमान मुबारक
ईमान मुकम्मल हो ये अरमान मुबारक
दिल-जिस्म-रूह पाक रहे दौर-ए-इबादत
अल्लाह के बंदों को पहला रोजा मुबारक
5. बे-जुबान को जब वो जुबान देता है
परहें को फिर वो कुरान देता है
बक्शने पर आए जब उम्मत के गुनाहोंं को
तोहफे में गुनहगारों को रमज़ान देता है
रमज़ान मुबारक
6. ये सुबह जितनी खूबसूरत है उतना ही खूबसूरत आपका हर एक पल हो
जितनी भी खुशियां आपके पास आज हैं उससे भी
यादा वो आपके पास कल हों
रमजान मुबारक
7. मुबारक हो आपको खुदा की दी यह जिंदगी
खुशियों से भरी रहे आपको यह जिंदगी
गम का साया कभी आप पर न आए
दुआ है यह हमारी आप सदा यूं ही मुस्कुराएं
रमजान मुबारक
8. जिक्र से दिल को आबाद करना,
गुनाहों से खुद को पाक करना
हमारी बस इतनी सी गुजारिश है कि
रमजान के महीने में हमें भी
खुद की दुआवों में याद रखना
रमजान मुबारक
9. Ramadan brings good news to all the true Muslims who have fear for their lord in their hearts.
So count every single day to be the better Muslim.
10. Humility for prosperity,
Sacrifice for blessings,
Bended knees for rewards,
Heart laid down for worship to Allah who deserves these all.