बच्चों को बीमारियों से बचाते हैं पालतू जानवर
पालतू जानवर हमारी-आपकी हिफाजत और घरों की रखवाली ही नहीं करते बल्कि बच्चों को विभिन्न प्रकार की एलर्जी और मोटापे के खतरों से भी बचाते हैं।
पालतू जानवर, खासकर कुत्ते हमारी-आपकी हिफाजत और घरों की रखवाली ही नहीं करते बल्कि बच्चों को विभिन्न प्रकार की एलर्जी और मोटापे के खतरों से भी बचाते हैं। एक नए अध्ययन से पता चलता है कि जिन परिवारों ने अपने घरों में पालतू जानवर पाल रखे थे उनके बच्चों में दो तरह के जीवाणुओं का स्तर बहुत अधिक था।
यह जीवाणु एलर्जी से उत्पन्न बीमारियों और मोटापे के खतरे को कम करते हैं। केनेडा की एल्बर्टा यूनिवर्सिटी में हुए शोध में यह बात सामने आई है। शोधकर्ता एनिटा कोजीरस्कीज और उनकी टीम ने अध्ययन के बाद दावा किया है कि जिन घरों में पालतू जानवर रहते हैं, वहां के बच्चों में आंत की प्रतिरोधी क्षमता व जीवाणु साथ-साथ विकसित होते हैं। इस प्रक्रिया में अवरोध पैदा होने से आंत की प्रतिरोधी क्षमता में भी परिवर्तन होते हैं।
विज्ञानियों की नवीनतम खोज शिशुओं के मल से लिए नमूनों पर किए गए अध्ययन पर आधारित है। यह बच्चे पिछले अध्ययन में रजिस्टर(शामिल) किए गए थे। उस अध्ययन से यह पता चला था कि जो बच्चे पालतू कुत्तों के साथ बड़े हुए उनमें दमे की दर कम थी। शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों के प्रारंभिक जीवन में धूल-मिट्टी और बैक्टीरिया से संपर्क प्रतिरोधी क्षमता पैदा करता है।
यह जीवाणु कुत्ते के फर या पंजों में हो सकते हैं, लेकिन यह यकीनी तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि यह प्रभाव कुत्तों की वजह से था या पालतू जानवरो को बार-बार स्पर्श करने की वजह से था। ध्यान रहे अध्ययन में शामिल पालतू जानवरों में कुत्तों की संख्या 70 प्रतिशत थी।
-प्रेट्र
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