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Parenting Tips: बच्चों को डांटने की जगह प्यार से समझाकर कर सकते हैं उनमें अच्छी आदतों का विकास

बच्चों को उनकी गलतियों पर बार-बार डांटने के बजाय अगर उनके गुणों को पहचान कर सराहना की जाए तो वे अच्छी आदतें अपनाने के लिए स्वतः प्रेरित होंगे।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 03:53 PM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 03:53 PM (IST)
Parenting Tips: बच्चों को डांटने की जगह प्यार से समझाकर कर सकते हैं उनमें अच्छी आदतों का विकास
Parenting Tips: बच्चों को डांटने की जगह प्यार से समझाकर कर सकते हैं उनमें अच्छी आदतों का विकास

कभी किसी बच्चे के नजरिए से इस बात को समझने की कोशिश करें। जब वह बोलना-चलना सीख रहा होता है, उसी उम्र में जिस शब्द से उसका पहला परिचय होता है वह है- नहीं-नहीं...। अपने लिए लोगों से लगातार यही शब्द सुनते हुए बच्चे बड़े हो रहे होते हैं। सात-आठ साल की उम्र तक जब उनमें तर्क करने की क्षमता विकसित होने लगती है तो उनके मन में अकसर यह सवाल पैदा होता है कि मेरे पेरेंट्स मुझे हर काम के लिए मना करते हैं तो फिर मैं क्या करूं? यहीं पर बड़ों से अक्सर चूक हो जाती है। वे छोटी-छोटी बातों के लिए बच्चों को बहुत रोकते-टोकते हैं। पर उन्हें यह बताने की कोशिश नहीं करते कि उनको क्या-क्या करना चाहिए, जिससे बच्चों को भी यह मालूम हो कि मेरे इन प्रयासों से मम्मी-पापा बहुत खुश होते हैं। इसलिए मुझे ऐसे काम बार-बार करना चाहिए।

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गुणों को पहचानें

अभिभावक जब बच्चे पर। किसी काम के लिए दबाव डालते हैं तो उनकी बात मानने के बजाय वह उनसे बहस करने लगता है। इससे पेरेंट्स को बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता है और वे उन्हें डांटने लगते हैं, जिससे वह रोने-चिल्लाने लगता है। ऐसे में उसे दोबारा डांट कर चुप कराने की जगह शांतिपूर्वक यह समझने की जरूरत है कि उसके ऐसे व्यवहार की असली वजह क्या है?

नजरिया बदलने की जरूरत

समय के साथ परवरिश के तौर-तरीकों में भी बदलाव आना स्वाभाविक है। आजकल बाल मनोवैज्ञानिक ज्यादा रोक-टोक और सख्ती करने के बजाय बच्चों के साथ बातचीत में सकारात्मक वाक्यों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। पेरेंटिंग का यह तरीका ज्यादा कारगर साबित होता है। इसकी मदद से बच्चों को बहुत आसानी से अच्छी आदतें सिखाई जा सकती हैं।

व्यक्तित्व के अनुकूल व्यवहार

यह बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि हर बच्चा अपने आप में खास होता है और उसके व्यक्तित्व को पूरी तरह बदल पाना न तो संभव है और न ही उचित। यह पेरेंट्स की सोच पर निर्भर करता है कि वे अपने बच्चे की किसी आदत को किसी नजरिए से देखते हैं। आदेश देने के बजाय अगर बच्चों के सामने कोई चैलेंज रखा जाए तो वे बड़ी खुशी से उसे स्वीकार कर लेते हैं।

पेरेंटिंग टिप्स

- अगर बच्चों को अच्छी परवरिश देना चाहते हैं तो पेरेंटिंग के इन नियमों को याद रखेंः

- उनके अच्छे गुणों की प्रशंसा जरूर करें।

- परिवार का माहौल खुशनुमा बनाए रखें।

- हमउम्र बच्चों से उनकी तुलना न करें और न ही उन्हें दूसरों के सामने डांटें।

- अपने बच्चों को टीवी या इंटरनेट के साथ ज्यादा वक्त न बिताने दें। 

- अपने आसपास रहने वाले जरूरतमंद लोगों की मदद करें और इस नेक कार्य में बच्चों को शामिल करना न भूलें।

Pic credit- https://www.freepik.com/premium-photo/outdoor-portrait-smiling-happy-friendly-family-have-walk-together_5795243.htm#page=1&query=parents%20and%20kis&position=1


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