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प्रोफेशनल ही नहीं पर्सनल लाइफ में भी बेहद जरूरी है देना अपनों को तारीफ का तोहफा

हर व्यक्ति अपनी प्रशंसा सुनना चाहता है लेकिन जब दूसरों की तारीफ़ करने की बारी आती है तो अक्सर लोग इसे ज़रूरी नहीं समझते जबकि यह हमारे सामाजिक व्यवहार का जरूरी हिस्सा है। यह क्यों जरूरी है जानने के यहां डालें एक नज़र।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Thu, 15 Oct 2020 03:05 PM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 03:05 PM (IST)
प्रोफेशनल ही नहीं पर्सनल लाइफ में भी बेहद जरूरी है देना अपनों को तारीफ का तोहफा
ऑफिस में कलीग की तारीफ करते बाकी एंप्लाइज़

जरा सोचिए जब कोई व्यक्ति किसी काम के लिए आपकी तारीफ़ करता है तो आपको कितना अच्छा महसूस होता है। इसी तरह दूसरे लोग भी आपसे यही उम्मीद रखते हैं। इसलिए आपको भी खुले दिल से दूसरों के अच्छे कार्यों की सराहना करनी चाहिए, लेकिन इस मामले में ज्यादातर लोग कंजूसी कर जाते हैं। अपने ईगो या ईर्ष्या की वजह से कुछ लोग दूसरों की तारीफ नहीं कर पाते। इसके अलावा जिन्हें सामाजिक व्यवहार की समझ नहीं होती, वैसे लोग भी संकोचवश दूसरों की तारीफ़ नहीं कर पाते।

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तारीफ में है ताकत

मनोवैज्ञानिक सलाहकार विचित्रा दर्गन आनंद के अनुसार, 'प्रशंसा किसी भी व्यक्ति के मन-मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव डालती है। इससे उसके मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वह सामने आने वाली हर चुनौती का सामना बहुत आसानी से कर लेता है। जीवन के सभी रिश्तों में मधुरता बनाए रखने के लिए भी दूसरों की तारीफ़ करना बहुत जरूरी है।' 

दांपत्य जीवन में प्रशंसा

अपनी तारीफ सुनकर खुश होना एक सहज मानवीय प्रवृत्ति है। इतना ही नहीं, इससे प्रशंसा करने वाले के प्रति हमारे मन में प्यार और सम्मान की भावना पैदा होती है। अगर पति-पत्नी एक-दूसरे की प्रशंसा करें तो इससे उनके रिश्ते में प्यार बना रहता है। अगर पत्नी अच्छा खाना बनाए या पति किसी घरेलू काम में उसे सहयोग दे तो दोनों का यह फर्ज बनता है कि वे एक-दूसरे की प्रशंसा करें।

परवरिश का पहला नियम

पेरेंटिंग का पहला नियम यही है कि बच्चों के हर सार्थक प्रयास की प्रशंसा जरूर करनी चाहिए। इससे वे अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं। खासतौर पर अगर दूसरों के सामने बच्चों की प्रशंसा की जाए तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। प्रशंसा के दो शब्द एनर्जी बूस्टर की तरह काम करते हैं।

प्रोफेशनल लाइफ में प्रशंसा

अगर आप अपने ऑफिस में अधिकारी हैं तो अधीनस्थ कर्मचारियों को उनकी गलतियों से आगाह करना आपकी जिम्मेदारी है, पर इसके साथ ही किसी अच्छे कार्य के लिए उनकी प्रशंसा में कोताही न बरतें। अपनी तारीफ सुनकर उनका उत्साह बढ़ेगा और वे पहले से कहीं ज्यादा मेहनत और लगन से काम करेंगे। इसी तरह अगर आपके सीनियर कोई अच्छा सुझाव दें तो उन्हें धन्यवाद देना न भूलें।

सामाजिक संबंधों में सराहना

अगर आपके पास-पड़ोस में रहने वाला कोई व्यक्ति अपना कीमती वक्त निकाल कर आपकी मदद करने की कोशिश करता है तो भी आपको उसका शुक्रगुज़ार होना चाहिए। अगर आपका कोई रिश्तेदार या दोस्त आपको कोई गिफ्ट देता है तो उस व्यक्ति को फोन करके उपहार की प्रशंसा करना न भूलें। अच्छे कार्यों के लिए अपने घरेलू सहायक को भी शाबाशी दें।

इस तरह आप दूसरों की सच्ची प्रशंसा करेंगे तो इससे वे न केवल खुश होंगे, बल्कि उनकी नजरों में आपकी इज्जत बढ़ जाएगी। इसके अलावा आपके व्यक्तित्व पर भी इसका सकारात्मक असर दिखाई देगा।

Pic credit- https://www.freepik.com/free-photo/hands-business-people-applauding-speaker_5890313.htm#page=1&query=praise%20&position=21


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