International Firefighter Day 2022: फायर फाइटर्स के जज्बे और काम को सम्मान देने के उद्देश्य से हुई थी इस दिन की शुरुआत
International Firefighter Day 2022 4 मई का दिन दुनियाभर के फायर फाइटर्स को समर्पित होता है। जिस दिन उनके चैलेंजिंग काम की सराहना की जाती है। तो आइए जानते हैं इस दिन के इतिहास और महत्व के बारे में।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क, International Firefighter Day 2022: दुनियाभर में 4 मई का दिन अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस या फायर फाइटर दिवस ( International Firefighters' Day ) के रूप में मनाया जाता है। जिसका मकसद फायर फाइटरों को उनके मुश्किल भरे काम के लिए धन्यवाद देना और उनका सम्मान करना होता है।
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का इतिहास
इस दिन को पहली बार 1999 में मनाया गया था। जब ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया स्थित लिंटन की झाड़ियों में आग लगी थी। आग को बुझाने पहुंची टीम के 5 सदस्यों की विपरीत दिशा में हवा बहने की वजह से आग में झुलसकर मौत हो गई थी। मौसम विभाग की तरफ से हवा के विपरीत दिशा में बहने की कोई भविष्यवाणी नहीं हुई थी, लेकिन अचानक हवा की दिशा बदलने से 5 फायर फाइटर आग की चपेट में आ गए। फायर फाइटर्स का काम कितना चैलेंजिंग होता है ये आप इस घटना से समझ सकते हैं। उन्हीं फाइटर्स के याद और सम्मान में हर साल 4 मई को अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस मनाया जाता है।
संत फ्लोरिन की याद में यूरोप में हुई शुरुआत
इस दिन को चुनने की एक दूसरी वजह संत फ्लोरिन ( Saint Florian) हैं। संत फ्लोरिन की मृत्यु 4 मई को हुई थी, जो कि एक संत होने के साथ ही फायर फाइटर भी थे। ऐसा कहा जाता है कि एक बार उनके गांव में आग लग गई थी तो उन्होंने महज एक बाल्टी पानी से पूरे गांव की आग बुझा दी थी। इसके बाद से यूरोप में हर साल 4 मई को फायर फाइटर मनाया जाने लगा।
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक लाल और नीला रिबन है। इसमें लाल रंग आग को दर्शाता है और नीला रंग पानी को और ये दोनों रंग दुनियाभर में आपातकालीन सेवाओं का संकेत देते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का महत्व
इंटरनेशनल फायरफाइटर्स डे का मुख्य उद्देश्य फायर फाइटरों को उनके खतरनाक काम के लिए धन्यवाद और सम्मान देना है। जो जान दांव पर लगाकर लोगों और वन्य जीवों की जान आग से बचाते हैं।
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