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घर में आए बच्चे की जि़म्मेदारियां निभाते हुए कैसे बरकरार रखें आपसी रिश्ते की लय, जानें यहां

पति-पत्नी का खूबसूरत रिश्ता छोटी-छोटी बातों पर नाराज़गी और तनाव की भेंट चढ़ जाता है। घर में आए बच्चे की जि़म्मेदारियां निभाते हुए कैसे बरकरार रखें रिश्ते की लय जानिए यहां...

By Priyanka SinghEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 09:01 AM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 09:01 AM (IST)
घर में आए बच्चे की जि़म्मेदारियां निभाते हुए कैसे बरकरार रखें आपसी रिश्ते की लय, जानें यहां
घर में आए बच्चे की जि़म्मेदारियां निभाते हुए कैसे बरकरार रखें आपसी रिश्ते की लय, जानें यहां

कई बार बच्चा होने के बाद बढ़ती जि़म्मेदारियां पति-पत्नी के बीच दूरियां ला देती हैं और इससे रिश्ते की लय बिगडऩे लगती है। जिससे रिश्ते में दूरियां आ जाती हैं। कई बार मामूली बातों पर भी झगड़े होने लगते हैं। तो किन तरीकों से रिश्तों की मधुरता बनाएं रखें, इसे जानना जरूरी है।

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सच को स्वीकार करें

यह जानना और समझना ज़रूरी है कि माता-पिता बनने के बाद जीवन में कई तरह के बदलाव आते हैं। ये बदलाव स्त्री ही नहीं, पुरुष के जीवन में भी आते हैं। ऐसे में दोनों को मिलकर टाइम को मैनेज करना चाहिए। पुरुष को चाहिए कि वह ऑफिस के साथ बच्चे को भी संभाले, वहीं स्त्री को भी नवजात शिशु के साथ खुद पर भी ध्यान देना चाहिए। जब दोनों मिलकर नए बदलावों को स्वीकार करेंगे तो छोटे-मोटी बातों को लेकर होने वाले मन-मुटाव खत्म हो जाएंगे।

समय निकालना ज़रूरी

फिर से प्यार को महसूस करने के लिए एक-दूसरे के साथ रहना चाहिए। इसके लिए जब बच्चा सो जाए और आप दोनों को भी नींद आ रही हो तो साथ में सोएं। कभी-कभी बच्चे को संभालने के लिए दोस्तों या रिश्तेदारों की मदद भी ले सकते हैं।

सही हो टाइम मैनेजमेंट

यह सही है कि आप दोनों का जीवन बच्चे के इर्द-गिर्द घूमता है लेकिन आप दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी ज़रूरी है। दरअसल दांपत्य जीवन में इसकी कमी से व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ सकता है। इसलिए किसी तरह इसके लिए भी वक्त निकालें। इससे आपके अंदर का तनाव दूर होगा।

चैटिंग भी करें

लोग भले ही मोबाइल को कितना भी बुरा कह लें लेकिन सच तो यह भी है कि टेक्नोलॉजी ने लोगों को करीब लाने का काम किया है। कभी फोन पर मैसेज तो कभी प्यार भरी बातें लिखकर पति को एहसास कराएं कि आप उन्हें कितना मिस कर रही हैं।

दोषी न ठहराएं

कई बार एक-दूसरे से बात न कर पाने की वजह से फासले आने लगते हैं और दोनों एक-दूसरे को दोषी ठहराने लगते हैं। यह किसी भी लिहाज़ से सही नहीं है। उन्हें दोषी ठहराने की बजाय उनके साथ के लिए समय निकालें। यदि आपको लगता है कि बार-बार की कोशिशों के बावजूद उन्हें समझ नहीं आ रहा है तो स्पष्ट तौर पर बात करें।

स्पेशल फील कराएं

बच्चे को सुलाने या किसी रिश्तेदार के पास छोड़ देने के बाद जीवनसाथी के लिए कुछ स्पेशल प्लैन करें। घर पर ही छोटी-सी पार्टी प्लैन करें और उन्हें इसके बारे में पहले से कुछ न बताएं। घर आने पर सरप्राइज़ देख कर हैरान हो जाएंगे। आप दोनों के बीच का छिपा हुआ प्यार फिर से पुनर्जीवित हो जाएगा। आपको उन्हें एहसास दिलाना होगा कि वो अब भी आपके लिए स्पेशल हैं। एक कदम आप बढ़ाएंगी तो वो आगे से दो कदम बढ़ाएंगे।

बदलाव को समझें

यह समझने की ज़रूरत है कि घर में नन्हा सदस्य आने के बाद पति-पत्नी के बीच प्यार कम नहीं होता, उसका रूप बदल जाता है। अब तक केवल दो लोग होते थे, लेकिन अब एक तीसरा यानी बच्चा आ जाता है तो पति-पत्नी का सारा ध्यान बच्चे की ओर चला जाता है। बच्चे की देखभाल करते हुए दंपती थकान महसूस करते हैं और उनके अंदर कुछ और करने की इच्छा नहीं बचती। पुरुषों को भी अपने अंदर बदलाव महसूस होते हैं, उनकी भावनाएं भी जि़म्मेदारी में बदलने लगती हैं। यह एक मिथक है कि बच्चे के जन्म के बाद सेक्स की इच्छा कम हो जाती है। दरअसल, इच्छा कम नहीं होती, पति-पत्नी की प्राथमिकताएं और जि़म्मेदारियां बदलने लगती है।

जया सुकुल (क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, क्यूआरजी हॉस्पिटल, फरीदाबाद)


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