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अगर अपने छोटे से घर को बनाना है प्‍यारा तो अपनाएं इंटीरियर डेकोरेशन के ये टिप्स

जब गृहस्थी की शुरुआत एक छोटे से आशियाने से होती है या जब जिंदगी जीने के लिए छोटा सा फ्लैट ही मुहैया हो पाता है तो उसे खुबसूरती से सजाना एक कला ही होती है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Sat, 25 Feb 2017 12:45 PM (IST)Updated: Fri, 08 Sep 2017 04:42 PM (IST)
अगर अपने छोटे से घर को बनाना है प्‍यारा तो अपनाएं इंटीरियर डेकोरेशन के ये टिप्स
अगर अपने छोटे से घर को बनाना है प्‍यारा तो अपनाएं इंटीरियर डेकोरेशन के ये टिप्स

 अगर आप भी इस अनुभव से गुजर रही हैं तो अपना लीजिए इंटीरियर डेकोरेशन के ये टिप्स और कह दीजिए कितना प्यारा, छोटा सा घर हमारा...

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-छोटी जगह के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है सादगी, इसलिए हमेशा ऐसा फर्नीचर चुनें जो खुली जगह का अहसास दे। ऐसा न हो कि एक बड़ा सा सोफा रखते ही कमरा भर जाए।
-चाहें तो कारपेंटर से कमरे के साइज के अनुरूप सीधे- सीधे बॉक्स बनवा लें, जिनके भीतर सामान स्टोर करने की जगह हो। इन पर आप हल्के व गहरे रंगों के मेल खाते गद्दे बिछाकर उस पर कुशन सजा सकती हैं।
- फर्नीचर हमेशा मल्टी फंक्शनल, मल्टीपरपज चुनें। यदि आपके पास पुराने संदूक हों तो उन्हें भी रंगों से पेंट करके सजा सकती हैं। फिर चाहे तो उन पर गद्दियां बिछा कर सीटिंग बनाएं या फिर उन्हें टेबल की तरह इस्तेमाल करें।
- दीवार से लगा कर फिक्स होने वाली लकड़ी की फोल्डिंग टेबल लगाएं। इसे स्टडी टेबल की तरह या खाने की मेज की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं। साथ ही लो हाइट चौकियां रखें, जिन्हें आप डाइनिंग चेयर्स की तरह काम में ला सकती हैं।


-कुछ गद्दों को एक के ऊपर एक रखना भी एक अच्छा विकल्प है। इन्हें अपने मनपसंद रंगों में कवर करें और इन पर ढेर सारे विभिन्न आकार के कुशन से सजाएं। दिन में ये परंपरागत बैठक की लो सीटिंग अरेन्जमेंट वाला लुक देंगे और रात में सोने के काम आएंगे।
- एक ऐसी मुख्य दीवार चुनें, जहां से किसी पेड़ की परछाईं या सूरज की रोशनी आती हो। यदि संभव हो तो उस दीवार पर फुललेन्थ आईना फिक्स करवा लें। इससे एक तो जगह बड़ी व खुली दिखेगी, दूसरे अलग से ड्रेसिंग टेबल लगाने की जरूरत नहीं रहेगी।
-छोटी जगह को खुलेपन व ताजगी की जरूरत ज्यादा होती है, इसलिए हर संभव प्रयत्न करें कि घर में नेचुरल व प्राकृतिक चीजें ही रखें। परदे, कुशन अपहोल्स्ट्री आदि कॉटन या खादी के चुनें, सिन्थेटिक नहीं। चाहें तो चंदेरी या बांधनी की पुरानी साड़ियों, दुपट्टे आदि से परदे बनाएं।
- छोटे घरों में लाइटिंग स्कीम पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। फ्लोर स्टैडिंग की अपेक्षा हैंगिंग लैंप्स अधिक उपयुक्त रहते हैं, क्योंकि ये जगह नहीं घेरते। अपने कॉन्सेप्ट के अनुसार हैंड मेड पेपर या फिर बैम्बू या केन के हैंगिंग लैंप्स लगाइए।
-खिड़की पर बालकनी में छोटे-छोटे गमलों को स्टैंड से लगाकर उनमें सीजनल फूल लगाना न भूलें। छोटे घरों की शान होते हैं ये विंडो गार्डन, जितने खूबसूरत लगते हैं उतनी ही जगह भी बचाते हैं। आप चाहें तो हैंगिंग बास्केट्स में भी फूल-पौधे लटका सकती हैं।

- अंशु पाठक (इंटीरीयर डेकोरेटर)


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