Move to Jagran APP

Happy Friendship Day 2019: जानें, आखिर अगस्त के पहले रविवार को क्यों मनाया जाता हैं फ्रेंडशिप डे

Happy Friendship Day 2019 अब आपके दिमाग में सवाल चल रहा होगा कि आखिर इसकी शुरुआत कैसी हुई और लोग क्यों इसे क्यों मानता हैं? आइए जानते हैं...

By Rajat SinghEdited By: Published: Sat, 03 Aug 2019 04:00 PM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 07:00 PM (IST)
Happy Friendship Day 2019: जानें, आखिर अगस्त के पहले रविवार को क्यों मनाया जाता हैं फ्रेंडशिप डे
Happy Friendship Day 2019: जानें, आखिर अगस्त के पहले रविवार को क्यों मनाया जाता हैं फ्रेंडशिप डे

नई दिल्ली, जेएनएन।  Happy Friendship Day 2019: अगस्त के पहले रविवार को दोस्तों के बीच खुशियों का लहर दौड़ने लगती है। इस पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। यह पहला रविवार इस बार कल यानी 4 अगस्त , 2019 को है। अब आपके दिमाग में सवाल चल रहा होगा कि आखिर इसकी शुरुआत कैसी हुई और लोग क्यों इसे क्यों मानता हैं? आइए जानते हैं...

loksabha election banner

इसके पीछे तीन कहानियां है। लेकिन माना जाता है कि इसकी शुरुआत 1935 में अमेरिका से हुई थी। हालांकि, इसको वैधता प्रदान करने का काम 27 अप्रैल, 2011 को संयुक्त राष्ट्र  ने प्रदान किया। संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली ने 30 जुलाई को हर साल फ्रेंडशिप मनाने की घोषणा की, लेकिन अलग-अलग देशों में यह अलग-अलग समय पर मनाया जाता है। 

पहली कहानी

फ्रेंडशिप से जुड़ी पहली कहनी अमेरिकी सरकार से जुड़ी है। कहा जाता है साल 1935 के अगस्त के पहले रविवार को अमेरिकी सरकार ने एक व्यक्ति मार दिया। उसके गम उसके दोस्त ने आत्महत्या कर लिया। इसके बाद अमेरिकी सरकार ने उस दिन से अगस्त के हर पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के तौर पर मानने का निर्णय लिया। यही वजह है कि अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप मनाया जाता है। 

दूसरी कहानी

कहा जाता है कि साल 1930 में एक व्यापारी ने इस दिन की शुरूआत की थी। जोएस हाल नाम के व्यापारी ने 2 अगस्त के दिन अपने दोस्तों को कार्ड देते हुए इस दिन सेलिब्रेट करना शुरू किया। ऐसे ही धीरे-धीरे यह यूरोप और एशिया तक फैल गया। 

तीसरी कहानी

फ्रेंडशिप डे जुड़ी एक और कहानी है। कहा जाता है कि 20 जुलाई,1958 को डॉक्टर रमन आर्टिमियो  ने अपने दोस्तों को डिनर पर बुलाया और फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव रखा। यह  पराग्वे में हुई इस घटना के बाद धीरे-धीरे वैश्विक परंपरा बन गई।  

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.