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Happy Childrens Day 2020: जीने की नई राह दिखाते हैं पंडित जवाहर लाल नेहरू के ये 15 अनमोल वचन

Happy Childrens Day 2020 पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को प्रयागराज में हुआ था। उनके जन्मदिवस पर बाल दिवस मनाया जाता है। चाचा नेहरू को बच्चे से बेहद लगाव था। बच्चे भी उन्हें खूब पसंद करते हैं।

By Umanath SinghEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 06:00 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 09:15 AM (IST)
Happy Childrens Day 2020: जीने की नई राह दिखाते हैं पंडित जवाहर लाल नेहरू के ये 15 अनमोल वचन
बच्चे के विकास के बिना देश का विकास असंभव है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Happy Childrens Day 2020: आज देशभर में बाल दिवस मनाया जा रहा है। इस उत्स्व को मनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को शिक्षित करना है। इसे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जन्मदिवस पर उनके सम्मान में मनाया जाता है, जिन्हें बच्चे प्यार से चाचा भी कहते हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को प्रयागराज में हुआ था। उनके जन्मदिवस पर बाल दिवस मनाया जाता है। चाचा नेहरू को बच्चे से बेहद लगाव था। बच्चे भी उन्हें खूब पसंद करते हैं। उनका मानना था कि बच्चे के विकास के बिना देश का विकास असंभव है। उनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रासंगिक हैं। आइए, चाचा नेहरू के जन्मदिवस पर उन अनमोल वचनों को जानते हैं, जिन्हें जानकर जीने की नई राह मिलती है-

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1. वह व्यक्ति, जो अधिकतर अपने गुणों का बखान करता है, प्राय: बहुत ही कम गुणवान होता है।

2.  संकट और गतिरोध जब होते हैं तो उनसे कम से कम यह लाभ होता  है, कि वे हमें सोचने के लिए मजबूर करते है |

3. दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं, उससे अधिक ये मायने रखता है कि हम वास्तम में क्या हैं।

4. समय सालों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया , और क्या हांसिल किया इससे मापा जाता है।

5. अत्यधिक सर्तक रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ी है।

6. वह व्यक्ति जिसे वो सब मिल जाता है जो वो चाहता था, वह हमेशा शांति और व्यवस्था के पक्ष में होता है।

7. शांति के बिना अन्य सभी सपने गायब हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं।

8. असफलता तभी होती है, जब हम अपने आदर्शों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को भूल जाते हैं।

9. लोकतंत्र अच्छा है। मैं ऐसा इसलिए कहता हूं क्योंकि अन्य प्रणालियां इससे बदतर हैं।

10.  एक महान कार्य  में लगन और कुशल पूर्वक काम करने पर भी, भले ही उसे तुरंत पहचान न मिले, अंततः सफल जरुर होता है |

11. एक पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अगर अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो वे अमीर को और अमीर तथा गरीब को और गरीब बना देती हैं।

12. आप दीवार के चित्रों को बदल कर इतिहास के तथ्यों को नहीं बदल सकते हैं।

13. सुझाव देना और बाद में हमने जो कहा उसके नतीजे से बचने की कोशिश करना बेहद आसान है।

14.हमारे अन्दर सबसे बड़ी कमी यह है कि हम चीजों के बारे में बात ज्यादा करते हैं और काम कम।

15.ईमानदार और कार्यकुशल बड़े लक्ष्य के लिए काम करते हैं, भले ही उन्हें तुरंत पहचान न मिले, अंतत: उसका फल मिलता है।


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