Happy Childrens Day 2019: पंडित जवाहर लाल नेहरू की वो बातें, जो आज भी हैं बड़े काम की
Happy Childrens Day 2019 इस वर्ष बाल दिवस के असवर पर हम आपको पंडित नेहरू के विचारों से अवगत करा रहे हैं जिन्हें आप अपना सकते हैं
Happy Childrens Day 2019: स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को प्रयागराज में हुआ था। उनके जन्मदिन के उपलक्ष में हर वर्ष 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। पंडित नेहरू अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में प्रमुख नेता थे। कश्मीरी पंडित समुदाय से संबंध रखने वाले पंडित नेहरू दो बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। सबसे अधिक 16 वर्षों तक देश के प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, अर्थ व्यवस्था जैसे क्षेत्रों में प्रगतिशील नीतियां तय की, जो आगे चलकर आधुनिक भारत का आधार स्तम्भ बनीं। इस वजह से ही उनको आधुनिक भारत का रचयिता कहा जाता है।
पंडित नेहरू विचारों के धनी थे। उन्होंने भारत को बहुत ही करीब से देखा था। उनकी लिखी किताब 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' को कौन नहीं जानता है। पंडित नेहरू के विचार आज के समय में भी प्रासंगिक हैं। यदि आज के समय में उनके विचारों को आत्मसात किया जाए तो व्यक्ति का विकास होगा और वह अपने जीवन में निश्चित ही सफलता प्राप्त करेगा।
इस वर्ष बाल दिवस के असवर पर हम आपको पंडित नेहरू के विचारों से अवगत करा रहे हैं, जिन्हें आप अपना सकते हैं:
1. वह व्यक्ति, जो अधिकतर अपने गुणों का बखान करता है, प्राय: बहुत ही कम गुणवान होता है।
2. अज्ञानता हमेशा बदलाव से डरती है।
3. दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं, उससे अधिक ये मायने रखता है कि हम वास्तम में क्या हैं।
4. ईमानदार और कार्यकुशल बड़े लक्ष्य के लिए काम करते हैं, भले ही उन्हें तुरंत पहचान न मिले, अंतत: उसका फल मिलता है।
5. अत्यधिक सर्तक रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ी है।
6. वह व्यक्ति जिसे वो सब मिल जाता है जो वो चाहता था, वह हमेशा शांति और व्यवस्था के पक्ष में होता है।
7. शांति के बिना अन्य सभी सपने गायब हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं।
8. असफलता तभी होती है, जब हम अपने आदर्शों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को भूल जाते हैं।
9. लोकतंत्र अच्छा है। मैं ऐसा इसलिए कहता हूं क्योंकि अन्य प्रणालियां इससे बदतर हैं।
10. तथ्य, तथ्य हैं और किसी की पसंद से गायब नहीं होते हैं।
11. एक पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अगर अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो वे अमीर को और अमीर तथा गरीब को और गरीब बना देती हैं।
12. आप दीवार के चित्रों को बदल कर इतिहास के तथ्यों को नहीं बदल सकते हैं।