Happiness Tips: अच्छी सोच वालों की ओर खुशियां खुद बढ़ाती हैं दोस्ती का हाथ
खुशियों के लिए धन की ज़रूरत नहीं होती। परिस्थितियों से भी इनका कोई लेना-देना नहीं। खुश रहने की पहली शर्त सकारात्मक सोच है। अच्छी सोच वालों की ओर खुशियां खुद दोस्ती का हाथ बढ़ाती है
हरदम खुशियों की राह देखने वाले यह नहीं जानते कि खुशी कहीं दूर नहीं हमारे आसपास ही रहती है। बस, ज़रूरत उसे महसूस करने और अपने दिल में जगह देने की होती है। इसलिए अपने इर्द-गिर्द मौज़ूद छोटी-छोटी चीज़ों में खुशी तलाशने की कोशिश करनी चाहिए। खुशियों को जि़ंदगी में स्थायी जगह कैसे मिलेगी, जानिए यहां..
1. परिस्थितियां कैसी भी हों हमेशा खुद पर भरोसा करें, क्योंकि आत्मविश्वास का एक अर्थ खुशी भी होता है।
2. आशावादी नज़रिया, सकारात्मक सोच और संतोषजनक रिश्ते जि़ंदगी में खुशहाली लाते हैं। इसलिए इन्हेंं जि़ंदगी का अभिन्न हिस्सा बनाएं।
3. दूसरों की मदद से आत्मिक शांति, सुख और संतोष मिलता है। इसलिए ज़रूरतमंदों की मदद करें। खुशियां आपकी झोली में खुद समा जाएंगी।
4. अपने इर्द-गिर्द ऐसे लोगों को जगह दें जिनसे अपने मन की बात कह पाएं। जो आपको समझते हों। खूबियों ही नहीं, खामियों के साथ आपको स्वीकार करते हों। ऐसे लोगों के साथ बिताया हर पल आपको खुशी देगा।
5. शोध बताते हैं कि फुर्सत में रहने वाले लोगों के मुकाबले व्यस्त लोग कम दुखी और उदास होते हैं। इसलिए हमेशा व्यस्त रहें। घर या दफ्तर का कोई काम नहीं है तो अपने शौक पूरे करें। कोई अच्छी फिल्म देखें, पसंदीदा म्यूजि़क सुनें। प्रेरणास्पद किताब पढ़ें। किसी करीबी से बात करें। बच्चों के साथ खेलें। दिल खुश होगा।
6. कुछ लोग दिनभर की अच्छी बातें भूल, छोटी-छोटी परेशानियों को याद रखते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो तुरंत खुद को बदलिए। रोज़ सोने से पहले दिनभर मिली तारीफ और दुआओं को गिनकर देखिए। खुद समझ जाएंगे कि परेशानियों से ज़्यादा प्रशंसा और दुआएं आपके पास हैं।
7. वक्त-वक्त पर जि़ंदगी की सकारात्मक बातें डायरी में नोट करते चलें। जब भी मन उदास हो या नकारात्मक विचार मन में आएं तो डायरी पढ़ें। डायरी के पन्ने आपको विश्वास दिलाएंगे कि जि़ंदगी में बुरे ही नहीं, अच्छे दिन भी आते हैं।
दूसरों से तुलना न करेें। ऐसा करने से खुद से अपेक्षाएं बढ़ती हैं और पूरी न होने पर मन उदास होता है। आप जैसे हैं उसी रूप में खुद को स्वीकार करें।
8. जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें। उसे हासिल करने की कोशिश में दिनचर्या व्यवस्थित रहती है। व्यवस्थित जि़ंदगी में खुशी स्थायी भाव से रहती है।
9. रोज़ सुबह उठने के बाद दो मिनट आंखें बंद करें और मन ही मन बोलें, दुनिया बेहद खूबसूरत है। मुझे दुनिया और खुद से प्यार है। नकारात्मक विचार दूर होंगे।
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