लाइफस्टाइल को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए अपनाएं ये 5 आदतें
असंख्य आदतों में से केवल कुछ एक ही होती हैं जो हीरे की तरह होती हैं और उन्हें अपनाने वालों के जीवन को जगमग कर देती हैं।
भागदौड़ भरी ज़िंदगी में फटाफट खाना और तकनीक से घिरे रहते हुए काम करने जैसी आदतें 21 दिनों के इस लॉकडाउन में बदली जा सकती है और इनकी जगह ले सकती हैं लाइफस्टाइल को दुरुस्त रखने वाली अच्छी आदतें..
1. भरपूर विश्राम करें
आजकल हर व्यक्ति तनावप्रद परिस्तिथियों में काम करता है। काम के घंटे नियत नहीं होते, ऊपर से आने-जाने में लगने वाला समय और अव्यवस्था हमें थका देती है। ऐसे में यदि आप पर्याप्त विश्राम न करें तो शरीर निगेटिव संकेत देने लगता है। यदि यह तनाव और थकान शरीर पर हावी हो जाए तो आए-दिन इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलते रहते हैं। यहां आप जो काम आसानी से कर सकते हैं वह यह है कि आप अपने सोने और उठने का समय नियत कर लें। स्वस्थ रहिए और अच्छा फील करिए।
2. सुबह जल्दी उठिए
घर से बाहर निकलते ही दुनिया और उसके प्रभाव हमारे ऊपर हावी होने लगते हैं और चीजें अपने पैटर्न पर घटित होने लगती हैं। जब तक हम अपने घर में रहते हैं, हम एक नियंत्रित वातावरण में रहते हैं, लेकिन घर के बाहर यह नियंत्रण कमजोर हो जाता है। उस नियंत्रण को दिन के बाकी बचे हिस्से में फिर से पाना कठिन हो जाता है।अब जब घर पर रहने का मौक़ा मिला है तो सुबह के शुरुआती घंटों के दौरान हम दिन की ऊर्जावान शुरुआत कर सकते हैं।
3. स्वास्थ्यकर भोजन और व्यायाम
आपको खुद के साथ यह डील करनी है कि चाहे कुछ भी हो जाए पर आपका स्वास्थ्य आपके लिए हमेशा पहली प्राथमिकता रहेगा। इसके लिए आपको केवल दो बातों पर ध्यान देना है:
स्वास्थ्यप्रद भोजन-यह जानना कठिन नहीं है कि किस प्रकार का और कितना भोजन हमें नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए सेहत के लिए फायदेमंद भोजन का सेवन शुरू करें।
शारीरिक गतिविधि- दिन भर बैठे रहकर टीवी-मोबाइल पर टाइमपास करने के बजाय शारीरिक सक्रियता बनाए रखने के लिए अच्छी-खासी एक्सरसाइज करें। जिस तरह थोड़ा-थोड़ा ब्याज जुड़कर रकम दुगनी-तिगुनी हो जाती है, उसी तरह एक्सरसाइज या व्यायाम करते रहने से उसका लाभ शरीर को लांग-टर्म में मिलता रहता है।
4. ध्यान कीजिए
अगर हम अपने मन- मस्तिष्क को स्पष्ट और शांत रखना चाहते हैं तो दिन में कुछ समय के लिए स्थिर बैठना बहुत जरूरी है, भले ही हमें किसी तरह की ध्यान-साधना नहीं करनी हो। इसके लिए शुरुआत में 15 मिनट पर्याप्त होंगे और यह सुबह करना सबसे सही रहेगा। शांत मुद्रा में आंखें बंदकर स्वयं को एकाग्र करने की प्रक्रिया आपको जरूरी कामों पर फोकस करने में मदद करेगी। यह आपके चित्त को भटकने से रोकेगी और कई रोगों से भी बचाएगी। यदि यह करने में कठिनाई हो तो केवल कुछ देर के लिए अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें और मन को शांत करने का प्रयास करें।
5. योजना बनाइए
बाहर की दुनिया बहुत भागमभाग और आपाधापी वाली है। इतनी तेज दुनिया में ट्रैक छूट जाना कोई कठिन बात नहीं है। दुनिया सबको अपने बहाव में बहाना चाहती है। जो इसके साथ नहीं चलते वे पिछड़ जाते हैं।अब जब कुछ दिन ठहरने का वक्त मिला है तो इसे यूं न ही गवांइए। अपने जीवन और कर्मों का नियोजन इस प्रकार से करिए कि आपको जीवन जीने में सहजता हो।किसी भी योजना का बनाना नहीं बल्कि उसका नियोजन करना महत्वपूर्ण होता है। यह नियोजन आपकी योजना पर टिके रहने की क्षमता पर निर्भर करता है।