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Fact Check By Vishvas News: अक्षरधाम मंदिर की तस्वीर अयोध्या में राम मंदिर का डिजाइन बताकर की जा रही वायरल और ऐसी ही अन्य फर्जी वायरल खबरें

जागरण की वेबसाइट विश्वास न्यूज़ की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं सोमवार की ऐसी ही टॉप 3 ख़बरें।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 04:46 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 04:46 PM (IST)
Fact Check By Vishvas News: अक्षरधाम मंदिर की तस्वीर अयोध्या में राम मंदिर का डिजाइन बताकर की जा रही वायरल और ऐसी ही अन्य फर्जी वायरल खबरें
अक्षरधाम मंदिर की तस्वीर अयोध्या में राम मंदिर का डिजाइन बताकर की जा रही वायरल

नई दिल्ली। जागरण की वेबसाइट 'विश्वास न्यूज़' की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं सोमवार की ऐसी ही टॉप 3 ख़बरें।

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Quick Fact Check: दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की तस्वीर अयोध्या में राम मंदिर का डिजाइन बताकर की जा रही वायरल

सोशल मीडिया पर मंदिर की एक तस्वीर वायरल की जा रही है। इस तस्वीर संग दावा किया जा रहा है कि यह अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की डिजाइन है। दावे के मुताबिक, बनने के बाद राम मंदिर ऐसा ही नजर आएगा। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा गलत निकला है। दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर को अयोध्या राम मंदिर की डिजाइन बताकर वायरल किया जा रहा है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Fact Check: केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशनधारियों के DA और DR को लेकर वायरल हुआ झूठा दावा

सोशल मीडिया यूजर्स एक लेटर शेयर कर रहे हैं। इसके संग दावा किया जा रहा है कि वित्त मंत्रालय ने एक जुलाई 2021 से कोरोना की वजह से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारियों के रोके गए डीए व डीआर के भुगतान का फैसला लिया है। दावे के मुताबिक, यह भुगतान तीन इंस्टॉलमेंट्स में किया जाएगा। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा फर्जी निकला है। वित्त मंत्रालय ने वायरल लेटर को फर्जी बताया है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Fact Check: सावरकर के नाम से वायरल हो रही वीडियो क्लिप असली नहीं है

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो एक ब्रिटिश पत्रकार द्वारा अंडमान जेल में शूट किया गया और वीडियो में दिख रहे व्यक्ति विनायक दामोदर सावरकर का मूल वीडियो हैं। पोस्ट में आगे दावा किया गया है कि दुर्लभ वीडियो अब बीबीसी द्वारा प्रसारित किया गया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Vishvas News जागरण न्यू मीडिया का एक आईएफसीएन सर्टिफाइड (IFCN Certified) फैक्ट चेकिंग ग्रुप है।


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