Fact Check By Vishvas News: भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदले जाने वाली वायरल पोस्ट फर्जी और ऐसी ही अन्य फेक न्यूज़
Fact Check By Vishvas News जागरण की वेबसाइट विश्वास न्यूज़ की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं बुधवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।
नई दिल्ली। जागरण की वेबसाइट 'विश्वास न्यूज़' की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं बुधवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।
Quick Fact Check: मणि मंदिर का वीडियो एक बार फिर से काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम पर हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर एक मंदिर का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ शिवलिंग देखे जा सकते हैं। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि रिनोवेशन के बाद यह वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा पाया गया है। वायरल वीडियो काशी विश्वनाथ मंदिर का नहीं, बल्कि वाराणसी स्थित मणि मंदिर का है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Fact Check: भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदले जाने को लेकर वायरल हो रही यह पोस्ट फर्जी है
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर यूजर दावा कर रहे हैं कि भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया गया है और नया नाम महाराजा सिंधुराज रेलवे स्टेशन है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट फ़र्ज़ी है। हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम नहीं बदला गया है। विश्वास न्यूज़ से बात करते हुए वेस्ट सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ राहुल जयपुरियार ने भी वायरल पोस्ट का खंडन किया है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Fact Check: 2015 में पंजाब में हुए पुलिस एक्शन की तस्वीर को किसान आंदोलन से जोड़कर किया जा रहा है वायरल
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों को एक बूढ़ी औरत को जबरन ले जाते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर हाल में चंडीगढ़ में पुलिसकर्मियों और किसानों के बीच हुई झड़प की है। Vishvas News की जांच में दावा भ्रामक निकला। यह तस्वीर 2015 पटियाला की है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Fact Check: गुजरात में खत्म नहीं हुआ आरक्षण, फर्जी दावा हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर गुजरात में आरक्षण को लेकर एक दावा वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि गुजरात में हाई कोर्ट ने आरक्षण को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा पूरी तरह फर्जी निकला है। गुजरात हाई कोर्ट ने प्रदेश में आरक्षण खत्म करने को लेकर कोई फैसला नहीं सुनाया है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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