श्रीलंका में पहली बार हुआ हाथी के जुड़वां बच्चों का जन्म
श्रीलंका में पहली बार हुआ हाथी के जुड़वां बच्चों का जन्म। हाथियों के जुड़वां बच्चों को जन्म देने की संभावना एक प्रतिशत से भी कम होती है और उनके जिंदा रहने की भी संभावना कम होती है
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। वन्यजीवों में अगर दिलचस्पी रखते हैं तो ये खबर आपको हैरान कर सकती है। श्रीलंका में पहली बार एक मादा हाथी ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है। हाथी के इन जुड़वां बच्चों का जन्म श्रीलंका के मिन्नेरिया राष्ट्रीय उद्यान में हुआ है। जुड़वा हाथी के बच्चों को देखकर श्रीलंका का वन्यजीव संरक्षण विभाग उत्साहित है। जुड़वा बच्चों की जानकारी वन्यजीव संरक्षण विभाग एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को दी।
विभिन्न शोध पत्रों के अनुसार मादा हाथियों के जुड़वां बच्चों को जन्म देने की संभावना एक प्रतिशत से भी कम होती है। साथ ही दोनों बच्चों के जिंदा रहने की संभावना भी कम होती है। वन्यजीव संरक्षण विभाग के वन्यजीव स्वास्थ्य निदेशक टी प्रसाद ने कहा श्रीलंका में पहली बार हाथी के जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ है।
उन्होंने कहा फिलहाल हाथी के ये बच्चे तीन से चार सप्ताह के हैं। एक प्रमुख वन्यजीव अनुसंधानकर्ता सुमित पिलापीतिया ने कहा कि श्रीलंका में पहली बार हाथी के जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ है।
उन्होंने कहा हम पिछले कुछ दिनों से हाथियों के एक समूह पर नजर रख रहे थे और कल हमने देखा कि एक वयस्क मादा हाथी ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है। ऐसा देश में पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि प्राधिकारी मादा हाथी और उसके जुड़वां बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी उपाय कर रहे हैं।
आज हाथी ज़मीन का सबसे बड़ा जीव है। हाथी का गर्भ काल 22 महीनों का होता है, जो कि ज़मीनी जीवों में सबसे लम्बा है। जन्म के समय हाथी का बच्चा क़रीब 104 किलो का होता है। हाथी अमूमन 50 से 70 वर्ष तक जीवित रहता है, हालाँकि हाथी की सबसे दीर्घायु 82 वर्ष की दर्ज की गई है।
Written By Shahina Noor