Dutee Chand Opens Up About Emotional Trauma: लड़कियों की तरह पली-बढ़ी फिर लड़का कैसे हो गई?
Dutee Chand Opens Up About Emotional Trauma दुती चंद का ये दुख उस वक्त सामने आया जब उन्होंने साकेत के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल में हुए एक कार्यक्रम को दौरान अपनी कहानी सुनाई।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dutee Chand Opens Up About Emotional Trauma: भारतीय स्प्रिंटर दुती चंद बचपन से लेकर बड़े होने तक लड़कियों की तरह पली-बढ़ीं। सारी ज़िंदगी वही किया जो कुछ लड़कियां करती हैं, फिर भी एक दिन उन्हें लड़का बता दिया गया। दुती बताती हैं कि वह खुद इस बात को सुनकर हैरान हो गई थीं। बचपन से लेकर जवानी तक दुती ने ज़िंदगी एक लड़की की तरह ही जी फिर उन्हें कैसे यूं अचानक लड़का बताया जा सकता है।
दुती चंद का ये दुख उस वक्त सामने आया जब उन्होंने साकेत के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल में हुए एक कार्यक्रम को दौरान अपनी कहानी सुनाई। 21 सितंबर को हुए इस कार्यक्रम में दुती को चीफ गेस्ट बनाया गया था। इस गोल्डन गर्ल ने इस दौरान करियर की शुरुआत, संघर्ष और ज़िंदगी के बारे में बताया।
दुती ने बताया की ये बात साल 2014 की है जब लोग उन्हें लड़का कहने लगे। दरअसल, ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान एक टेस्ट में उनमें 'हाइपर एंड्रोजेनिज़्म' पाया गया जिसमें औरतों में पुरुषों जैसे लक्षण पाए जाते हैं। असल में मेडिकल टेस्ट के दौरान उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा अधिक पाई गई थी। जिसके बाद दुती पर प्रतिबंध भी लगा दिया गया था।
हालांकि, उन्होंने इस बैन के खिलाफ याचिका दर्ज कराई थी। जिसमें कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए दोबारा करियर शुरू करने की मंजूरी दे दी थी। इस दौरान जिस बात का सबसे ज़्यादा असर पड़ा वह यह था कि टेस्ट के नतीजे आने पर सभी ने उन पर पुरुष होने का आरोप लगा दिया था। इसका उनके दिमाग़ पर काफई असर पड़ा था। लेकिन फिर इन सब चीज़ों से अपना ध्यान हटाने के लिए उन्होंने करियर पर फोकस किया और कई मेडल अपने नाम किए।
आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही दुती एक लड़की के साथ अपने प्रेम-संबंध की बात स्वीकारी थी। इसी के साथ दुती देश की पहली समलैंगिक एथलीट बन गईं। दुती ने 2018 में हुए एशियन गेम्स के दौरान 100 मी और 200 मी में सिल्वर मेडल हासिल किया था जबकि 2019 में हुए समर यूनिवरसिएड में गोल्ड मेडल पर कब्ज़ा जमाया था। उन्हें 26 सितंबर से 6 अक्टूबर तक होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है।