करें सही ट्रैक का चुनाव
अपनी जिंदगी में हम जाने-अनजाने गलत ट्रैक पर चले जाते हैं। चीजों की लत लग जाती है। उसमें मजा आने लगता है। लेकिन इससे वह सफलता नहीं मिलती, जिसकी हमें ख्वाहिश होती है। फिर कैसे करें सही ट्रैक का चुनाव, बता रहे हैं मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी...
काम को दें 100 प्रतिशत
सही ट्रैक वह है, जिसमें मजा नहीं आता, जिसमें संघर्ष व मेहनत करनी पड़ती है। किसी विषय में रुचि न होने के बावजूद उसे पढ़ना पड़ता है। उस पर ध्यान लगाना पड़ता है। कहने का मतलब यह कि जब आप कोई फैसला लें, कोई काम करें, तो उसे अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश करें। उन विषयों में लगाव उत्पन्न करें, जिससे भागने का मन करता हो। नतीजे खुद आपके सामने आ जाएंगे।
जीवन में हो वजह
असल में हम सभी को जीवन में एक वजह चाहिए होती है। चाहे वह पढ़ने के लिए हो या किसी लत या आदत को छोड़ने के लिए। जब हमारे अंदर किसी चीज या काम को लेकर फितूर व जुनून होगा, तभी दिमाग उस दिशा में सोचेगा। हम उसे हासिल करने का प्रयास करेंगे। हां, मन-मस्तिष्क को नियंत्रित करने,उसे दिशा देने के लिए बुद्धि की जरूरत होगी। बुद्धि के आधार पर ही आप कमिटमेंट कर सकते हैं। दूसरी ओर, जिनके पास कोई वजह नहीं होती है, वे जीवनपर्यंत सिर्फ बहाने बनाते रह जाते हैं। दुखी भी रहते हैं।
बुद्धि का करें इस्तेमाल
काबिलियत, लक्ष्य निर्धारण या मोटिवेशन से अधिक महत्व है प्रेरणा का, जो हर व्यक्ति के अंदर होती है। जिसकी कोई सीमा नहीं होती। इसलिए आवश्यक है अपने अंदर की प्रेरणा को जगाना कि मुझे कुछ करना है। कुछ बनना है। मैं मानता हूं कि हरेक व्यक्ति के अंदर बुद्धि का भंडार है। सिर्फ उसे उसका इस्तेमाल करना आना चाहिए। जो किशोर-युवा ऐसा नहीं कर पाते, वही गलत ट्रैक या रास्ते पर चले जाते हैं। इससे उन्हें क्षणिक खुशी, मजा तो मिलता है, लेकिन उन्हें दीर्घकालिक परिणाम नहीं मिलते हैं।
साभार : यूट्यूब
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