जन्म के समय बच्चे के वजन का लीवर पर पड़ता है असर
अमेरिका में शिकागो स्थित रॉबर्ट एच. ल्यूरी चिल्ड्रंस हॉस्पिटल के शोधकर्ता मार्क फिशबीन ने कहा, 'मोटापे के बढ़ते असर के कारण आजकल कई बच्चे सामान्य से ज्यादा वजन के पैदा हो रहे हैं।
जन्म के समय बच्चे का वजन सामान्य से कम हो या ज्यादा, दोनों ही स्थितियां सेहत के लिए सही नहीं हैं। ताजा शोध के मुताबिक, इन दोनों ही स्थितियों में आगे चलकर बच्चों में नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर डिसीज (एनएएफएलडी) का खतरा रहता है। एनएएफएलडी बच्चों में होने वाली लिवर की सबसे गंभीर बीमारियों में से है। इससे लिवर फेल होने तक का खतरा रहता है। अमेरिका में शिकागो स्थित रॉबर्ट एच. ल्यूरी चिल्ड्रंस हॉस्पिटल के शोधकर्ता मार्क फिशबीन ने कहा, 'मोटापे के बढ़ते असर के कारण आजकल कई बच्चे सामान्य से ज्यादा वजन के पैदा हो रहे हैं। इनमें किशोरावस्था में लिवर की बीमारी का खतरा ज्यादा होता है।
सामान्य से कम वजन वाले बच्चों में भी यह खतरा बढ़ जाता है।' जन्म के समय के वजन से बीमारी का संबंध जानकर भविष्य में गर्भ में ही बच्चों के वजन को नियंत्रित रखने की दिशा में शोध को बढ़ावा मिलेगा।
-आइएएनएस
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