सामने वाले के मुंह खोलने से पहले ही जानें मन की बात! 5 धांसू साइकोलॉजिकल ट्रिक्स करेंगी आपकी मदद
अगर आप भी चाहते हैं कि लोगों के मन की चालें, उनके इमोशन्स और उनके छुपे इरादे बिना एक शब्द सुने पढ़ सकें, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। बस थोड़ा-सा ध्यान, थोड़ी-सी समझदारी और कुछ गजब की Psychological Tricks और सामने वाला व्यक्ति आपके सामने ‘ओपन बुक’ बन जाएगा।

इन 5 साइकोलॉजिकल ट्रिक्स को जान लिया तो कोई आपसे झूठ नहीं बोल पाएगा (Image Source: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपने कभी सोचा है कि काश बिना पूछे ही आपको पता चल जाए कि सामने वाला क्या सोच रहा है? ऑफिस हो, रिश्ते हों या फिर कोई सामान्य बातचीत- अगर आप थोड़ी-सी समझदारी और ध्यान से काम लें, तो इंसानों की ‘बॉडी लैंग्वेज’ और ‘माइंड पैटर्न’ बहुत कुछ बता देते हैं। मजेदार बात यह है कि ये ट्रिक्स (Mind Reading Tricks) किसी साइंस फिक्शन की तरह मुश्किल नहीं, बल्कि बेहद आसान हैं। बस इन्हें पहचानने और सही समय पर इस्तेमाल करने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं ऐसी 5 धांसू साइकोलॉजिकल ट्रिक्स, जिनसे आप बिना पूछे ही दूसरों के मन की बात समझ पाएंगे।

किस दिशा में देख रहे हैं, बहुत कुछ बताता है
अगर कोई बात करते समय ऊपर की ओर देखता है, तो इसका मतलब होता है कि वह कुछ याद करने की कोशिश कर रहा है। वहीं, नीचे झुककर देखना अक्सर बताता है कि व्यक्ति अपनी भावनाओं से जूझ रहा है या झिझक रहा है। सामने वाला अगर आपकी आंखों में ज्यादा देर तक देख रहा है, तो वह आत्मविश्वास में हैऔर अगर बार-बार नजरें चुरा रहा है, तो शक या घबराहट की संभावना ज्यादा है।
बोलने से पहले ली गई सांसें
किसी भी बातचीत से पहले इंसान अनजाने में एक गहरी सांस लेता है। अगर वो सांस आराम से ली गई है, तो सामने वाला रिलैक्स है। अगर वो तेज और झटकेदार है, तो इसका मतलब है कि वह कुछ छिपा रहा है या तनाव में है। जी हां, इतनी छोटी-सी बात भी आपको बता सकती है कि व्यक्ति किस मानसिक स्थिति में है।
पैर की दिशा बताती है असली इरादा
अक्सर हम चेहरे पर ध्यान देते हैं, लेकिन कई एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पैर इंसान की असली मंशा बता देते हैं। अगर किसी के पैर आपकी तरफ हैं, तो वह बातचीत में दिलचस्पी रखता है। अगर पैर दूसरी दिशा में मुड़े हैं, चाहे चेहरा आपकी तरफ हो- तो समझ जाइए कि वह बातचीत खत्म करना चाहता है।
मुस्कान असली है या नकली
सच्ची मुस्कान हमेशा आंखों तक पहुंचती है, जबकि नकली मुस्कान सिर्फ होंठों पर ही रुक जाती है। अगर आंखों के कोनों में हल्की झुर्रियां पड़ें, तो यह दिल से निकली मुस्कान है। अगर सिर्फ होंठ फैल रहे हों और आंखें शांत हों, तो स्माइल बनावटी हो सकती है।
चुप्पी भी बहुत कुछ कहती है
कई बार लोग बोलते नहीं, लेकिन सोच बहुत कुछ रहे होते हैं। अगर कोई आपकी बात पर तुरंत जवाब नहीं देता और थोड़ा रुककर बोलता है, तो इसका मतलब है कि वह बात को लेकर गंभीर है या सही शब्द चुन रहा है। और अगर सामने वाला नजरें झुकाए बिना चुप है तो वह शायद कोई बात मन में छुपा रहा है या सोच में उलझा हुआ है।

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