Figs Benefits: भिगोए हुए अंजीर खाने के ये गजब के फायदे जान आप हो जाएंगे हैरान
Figs Benefits अंजीर में क्लोरोजेनिक एसिड और पोटेशियम होता है जो आपके ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में मदद करता है। साथ ही शुगर कंट्रोल में रखता है। इसके लिए रोजाना रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में 2-4 अंजीर भिगोकर रख दें।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Figs Benefits: सूखे अंजीर स्वाद में मीठे होते हैं। इसमें फैट और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। साथ ही अंजीर में सोडियम बहुत कम मात्रा में होती है। इसके अलावा, फाइबर, शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स संतुलित मात्रा में होती है। खासकर, भिगोए हुए अंजीर नियमित रूप से खाने से सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। अंजीर खाने से मधुमेह, मोटापा, कब्ज और उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है। आइए, इसके फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं-
शुगर कंट्रोल करने में मददगार
अंजीर में क्लोरोजेनिक एसिड और पोटैशियम होता है, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में मदद करता है। साथ ही शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके लिए रोजाना रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में 2-4 अंजीर भिगोकर रख दें। अगली सुबह को भिगोए हुए अंजीर खाएं। आप चाहे तो भिगोए हुए अंजीर को दूध के साथ सेवन कर सकते हैं।
वजन कंट्रोल करने में फायदेमंद
अंजीर में कैलोरी कम और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। इसके लिए यह मोटापे से परेशान लोगों के लिए फायदेमंद होता है। अगर आप बढ़ते वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना सुबह में भिगोए हुए अंजीर जरूर खाएं। इससे भूख लगने की समस्या भी दूर होती है। खाना खाने के बाद अंजीर का सेवन करना दांतों के लिए फायदेमंद साबित होता है।
हड्डियां मजबूत होती हैं
अंजीर में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। डॉक्टर हड्डियां मजबूत करने के लिए अंजीर खाने की सलाह देते हैं। हमारा शरीर कैल्शियम उत्सर्जित नहीं करता है। इसके लिए कैल्शियम रिच फूड्स को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। आप दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां समेत अंजीर का सेवन रोजाना करें।
कब्ज में मिलता है राहत
रोजाना सुबह में भिगोए हुए अंजीर खाने से कब्ज की समस्या से राहत मिलता है। अगर आप लंबे समय से कब्ज की समस्या से परेशान हैं, तो आज से ही अंजीर खाना शुरू कर दें। इसके सेवन से कब्ज में बहुत जल्द आराम मिलता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।