Stay Home Stay Empowered : भारत से दुनिया सीख रही है 'योग', जानें- कोरोना से कैसे बचा सकते हैं योगासन
लॉकडाउन में योग का ट्रेंड देश-दुनिया में तेजी से बढ़ा है। चूंकि जिम बंद हैं इसलिए वहां व्यायाम करने वालों और फिटनेस के शौकीन लोगों में भी योग की ओर झुकाव बढ़ा है।
नई दिल्ली, विनीत शरण। लॉकडाउन में योग का ट्रेंड देश-दुनिया में तेजी से बढ़ा है। चूंकि जिम बंद हैं, इसलिए व्यायाम और फिटनेस के शौकीन लोगों में भी योग की ओर झुकाव बढ़ा है। ब्रिटेन की रिपोर्ट के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान योग के यूट्यूब चैनल्स का सब्सक्रिप्शन तेजी से बढ़ा है। हमारे देश में भी यही हाल है। योग गुरु शशांक गुप्ता के अनुसार, लोग जानते हैं कि योग उन्हें सेहतमंद बनाता है। यही कारण है कि कोरोना और लॉकडाउन के इस दौर में बदलाव आ रहा है और योग करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
शशांक के अनुसार, कोरोना जैसी बीमारी का वैक्सीन नहीं है। ऐसे में अंतिम मार्ग बचता है कि हम अपनी सेहत की रक्षा करें। ऐसे में योग अच्छा विकल्प है। वैज्ञानिक रूप से भी यह साबित हो चुका है कि योग हमें रोगाणुओं से लड़ने में सक्षम बनाता है। शशांक आगे कहते हैं कि कोरोना में उन्हीं लोगों की मृत्यु हुई है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम थी। ऐसे में हम योग करें और प्राकृतिक रूप से जिएं तो आसानी से वायरस से अपनी रक्षा कर पाएंगे। शशांक कहते हैं, अब योग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ऑनलाइन पहुंचाने की जरूरत है।
क्वारंटाइन योग की क्वीन एड्रिएन मिशलर
ब्रिटेन में योग गुरु एड्रिएन मिशलर के फालोअर्स में काफी इजाफा हुआ है। अमेरिकी योग गुरु मिशलर मन और तन दोनों को परफेक्ट बनाने के लिए योगासन कराती हैं। एड्रिएन मिशलर की योग पद्धति की जड़ें भारतीय दर्शनशास्त्र में हैं। ब्रिटेन में एड्रिएन मिशलर को क्वारंटाइन योग की क्वीन कहा जा रहा है। मिशलर के यूट्यूब पर 7.2 मिलियन सब्सक्राइबर हैं, जिनमें से 1.1 मिलियन ब्रिटेन में हैं। पिछले चार हफ्ते में उनके सब्सक्राइबर्स में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। टेक्सास में रहने वाली मिशलर कहती हैं कि यह मेरा सपना था कि योग करना घरों में सभी लोगों के लिए सामान्य बात बन जाए। लॉकडाउन की इन परिस्थितियों में ही सही, पर अब मैं इसे सच होते देख रही हूं।
एड्रिएन मिशलर के टिप्स
-मिशलर छोटी-छोटी योग क्लास देती हैं, जिससे लोग न उबें।
-वे मूड स्विंग पर काफी फोकस कर रही हैं। लॉकडाउन में इसके केस बढ़ रहे हैं।
-योग से तनाव, गुस्सा और पीड़ा कम होती है।
-योग से ध्यान, उत्पादकता और रिश्तों में सुधार आता है।
योग क्यों बेहतर है
-जिम में मशीनें कॉमन होती हैं, इसलिए संक्रमण का खतरा है।
-योग में संपर्क और स्पर्श की जरूरत नहीं होती है।
-योग में पहले भी लोग दूर-दूर बैठते हैं।
-योग में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन हजारों सालों से चल रहा है।
योग क्लास में इन टिप्स का पालन करें
-अपना योग मैट अलग रखें।
-हफ्ते में एक बार उसे अच्छे से धो लें।
-योग की क्लास में ढीले कपड़े पहनें।
-दूसरों से एक से दो मीटर की दूरी बना के रखें।
-सुबह उठने, शुद्ध भोजन और धैर्य के नियम का पालन करें।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले तीन आसन
सूर्य नमस्कार- इस आसन को सुबह में सूर्य की ओर मुखकर किया जाता है। सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स होते हैं। जिसे बारी बारी से किया जाता है।
कपालभाति- जितने भी बेकार तत्व हैं, वे सभी शरीर से बाहर हो जाते हैं। इसमें सांस सामान्य गति से शरीर के अंदर की और लेनी होती है और फिर तेज़ गति से बाहर निकालनी होती है। हर सेकंड में एक बार पूरी सांस को तेजी के साथ नाक से बाहर छोड़ें, इससे पेट अन्दर चला जाएगा।
अनुलोम-विलोम- ये आसन आपके शरीर को शुद्ध करता है। दाएं अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका पकड़ें और बाईं नासिका से सांस अंदर लें। अब अनामिका अंगुली से बाईं नासिका को बंद कर दें। फिर दाहिनी नासिका खोलें और सांस बाहर छोड़ दें। यही प्रक्रिया बाईं नासिका को बंद कर दोहराएं।
लॉकडाउन में बेचैन हैं तो ये आसन आजमाएं
शीर्षासन- आसन को करने के लिए वज्रासन में बैठें, फिर धीरे धीरे सांस भरते हुए दोनों हाथों की कुंडली बनाकर सिर को जमीन पर रख दें। दोनों पैरों को बिलकुल सीधा ऊपर की ओर उठाएं। पहली बार कर रहे हैं तो दीवार का सहारा लें।
शशांक आसन- इसे बालासन भी कहते हैं। सबसे पहले घुटने के बल भूमि पर बैठ जाएं। शरीर का सारा भार एड़ियों पर डाल दें। गहरी सांस लेते हुए आगे की ओर झुकें। इस तरह से आपका सीना जांघों से छू जाए। फिर अपने माथे से फर्श को छूने की कोशिश करें। कुछ पल इस स्थिति में रहने के बाद वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं।
भुजंग आसन -पेट के बल से लेट जाएं। हथेलियों को कंधे की सीध में ले कर आएं। दोनों पांवों के बीच की दूरी को कम करें, साथ ही पांव को सीधा व तना हुआ रखें। अब सांस भरते हुए शरीर के अगले हिस्से को नाभि तक उठाएं। ध्यान रखें कि अपनी कमर के ऊपर ज्यादा स्ट्रेच न आ पाए। क्षमता अनुसार अपनी इस अवस्था को बना कर रखें। धीमे-धीमे सांस भरें और फिर छोड़ें। शुरुआती मुद्रा में वापस आते समय एक गहरी सांस छोड़ते हुए वापसी करें। इस तरह इस आसन का एक पूरा चक्र खत्म होता है। इसे दोहराएं। इन तीन आसन से आपको शांति मिलेगी और अनिद्रा दूर होगी।
अश्विन ने योग से कोरोना को हराया
मर्जेट नेवी में कैप्टन रहे मेरठ के अश्विन गर्ग ने योग के जरिए कोरोना को हराया है। अश्विन गर्ग की रिपोर्ट पांच बार कोरोना पॉजिटिव आई थी, लेकिन उन्होंने योग कर खुद को कोरोना निगेटिव किया। वहीं, भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने कोरोना और इसके जैसे अन्य वायरस से निपटने में ‘योग और ध्यान’ के असर का अध्ययन करने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं।