World IVF Day 2020: आईवीएफ से पहले और उस प्रक्रिया के दौरान रखें इन बातों का खास ध्यान
World IVF Day 2020 अगर आप आईवीएफ प्रोसेस अपनाने की सोच रहे हैं तो कुछ जरूरी बातों का रखें खास ध्यान जिससे आपको मिले इसे तकनीक का पूरा फायदा।
अगर किसी महिला को 30 वर्ष तक संतान न हो तो उसे आइवीएफ की मदद लेनी चाहिए। इसके लिए सही उम्र का होना बेहद जरूरी है। बच्चे के जन्म के लिए स्वस्थ शुक्राणु व स्वस्थ अंडाणु के साथ स्वस्थ गर्भ का होना आवश्यक है। इसलिए जो कपल नेचुरल तरीके से माता-पिता नहीं बन पा रहे, उन्हें आइवीएफ के लिए ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए। जितनी देर करेंगे उतनी ही जटिलता बढेगी। उम्र बढऩे के साथ स्त्री-पुरुष के शरीर में मौजूद एग्स और स्पर्म्स की क्वॉलिटी में भी गिरावट आने लगती है।
आईवीएफ के पहले और उस दौरान रखें इन बातों का ध्यान
1- इस तकनीक को अपनाने से पहले स्त्रियों अपने बीपी, शुगर और थायरॉयड की जांच के अलावा ईसीजी भी करवाने की सलाह दी जाती है, जिससे कंसीव करने के बाद उन्हें कोई परेशानी न हो।
2- आइवीएफ के बाद गर्भवती स्त्री को कई सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। उसे कैफीन, एल्कोहॉल, ड्रग्स व धूम्रपान से दूर रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही ड्राइविंग व स्विमिंग से भी बचना चाहिए।
3- आइवीएफ की प्रक्रिया के बाद दंपती को इंटरकोर्स से बचना चाहिए। इससे वजाइनल इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है, जिससे इस प्रक्रिया के सफल होने में बाधाएं आ सकती हैं।
4- आइवीएफ के जरिये गर्भधारण के बाद कोई भी भारी सामान नहीं उठाना चाहिए। इससे पेट की मांसपेशियों पर दबाव पडता है और गर्भधारण की प्रक्रिया पर इसका गलत असर हो सकता है।
5- अत्यधिक थका देने वाले घरेलू कार्यों से भी बचने की कोशिश करें।
6- शरीर में हीमोग्लोबिन और कैल्शियम का स्तर बढ़ाने के लिए हरी सब्जियों, फलों और मिल्क प्रोडक्ट्स को अपने भोजन में खासतौर से शामिल करें।
7- कठिन एक्सरसाइज और एरोबिक्स से दूर रहें। जॉगिंग के बजाय टहलना ज्य़ादा अच्छा रहता है।
8- यह उपचार किसी कुशल चिकित्सक की देख-रेख में ही करवाना चाहिए। अगर किसी वजह से पहली बार सफलता नहीं मिलती है तो तीन से चार महीने बाद दोबारा कोशिश की जा सकती है।
Pic credit- Freepik