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World Bipolar Day 2023: जानें क्यों महान चित्रकार विन्सेंट वैन गो के जन्मदिन पर मनाया जाता है बाइपोलर डे?

World Bipolar Day 2023 हर साल 30 मार्च को वर्ल्ड बाइपोलर दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों को इन मानसिक रोग के बारे में जागरूक किया जा सके। साथ ही इससे पीड़ित लोगों की मदद की जा सके।

By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezPublished: Wed, 29 Mar 2023 12:38 PM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2023 11:18 AM (IST)
World Bipolar Day 2023: जानें क्यों महान चित्रकार विन्सेंट वैन गो के जन्मदिन पर मनाया जाता है बाइपोलर डे?
World Bipolar Day 2023: क्यों मनाया जाता है विश्व बाइपोलर दिवस?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Bipolar Day 2023: वर्ल्ड बाइपोलर डे हर साल 30 मार्च को मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाइपोलर फाउंडेशन (IBPF) के अनुसार, विश्व बायपोलर दिवस का लक्ष्य बाइपोलर जैसी स्थिति के प्रति विश्व जागरूकता लाई जाए और इस बीमारी के प्रति सामाजिक कलंक को खत्म किया जाए।।

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मशहूर चित्रकार के जन्मदिन पर मनाया जाता है

आपको जानकर हैरानी होगी कि यह दिन मशहूर डच पेन्टर विंसेंट वॉन गॉफ के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे खुद बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहे थे। उनकी इस बीमारी का निदान तब हुआ जब उनकी परेशानी से भरी निजी जिंदगी सबके सामने आने लगी। साथी कलाकार पॉल गाउगिन के साथ हुए एक विवाद के बाद इस कलाकार ने अपना ही कान काट लिया था, जिसके बाद इन्हें 'महान प्रताड़ित कलाकार' के रूप में जाना जाने लगा।

World Bipolar Day 2023: थीम

इस साल वर्ल्ड बाइपोलर डे की थीम है, 'वे अकेले नहीं हैं'। जो लोग इस स्थिति के साथ जी रहे हैं, यह दिन उन्हें अपने जैसे दूसरे लोगों से कनेक्ट करने का मौका देता है। साथ ही संसाधनों और उपचार विकल्पों तक पहुंच को आसान बनाना ताकि उनके जीवन को बेहतर बना सका जाए।

बाइपोलर से जूझ रहा व्यक्ति कैसा होता है?

बाइपोलर से पीड़ित व्यक्ति में मूड स्विंग्ज देखे जाते हैं। इसके दो चरण होते हैं: बाइपोलर मेनिया और डिप्रेसिव फेस। मेनिया फेस में एक व्यक्ति ज्यादा एक्टिव हो जाता है। वे ज्यादा सोते नहीं हैं। सिर्फ एक-दो घंटे सोने के बाद भी तरोताजा महसूस करते हैं। बेचैनी देखी जाती है, वे एक जगह टिक कर बैठ पाने में असमर्थ महसूस करते हैं। लेकिन साथ ही, ऐसी स्थितियां भी आती हैं, जहां व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है, और छोटी-छोटी बातों पर बहुत गुस्सा हो सकता है।

दूसरा चरण डिप्रेसिव फेस का होता है, जहां व्यक्ति अत्यंत दुख महसूस करता है। कुछ भी करने का दिल नहीं करता। किसी भी काम को करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं होती, यहां तक कि बिस्तर से निकलने का मन भी नहीं करता। व्यक्ति जरूरत से ज्यादा सोता है, और रोजमर्रा के काम, जैसे- नहाना और साफ-सफाई मेनटेन करने का दिल न चाहना। इसके मुख्य लक्षणों में से एक है नींद।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Instagram

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