World AIDS Vaccine Day 2020: जानें क्या है HIV/AIDS, इसके लक्षण और बचाव
World Aids Vaccine Dayएड्स एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में लोगों को पूरी जानकारी नहीं होती और यही वजह है कि इसके मरीज़ों को कई बार सामाज में बुरे व्यवहार का शिकार होना पड़ता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Aids Vaccine Day: "वर्ल्ड एड्स वैक्सीन डे" या "विश्व एड्स वैक्सीन दिवस" हर साल 18 मई को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को वैक्सीन या टीके के प्रति जागरूक करना और एचआईवी/एड्स के प्रति शिक्षित करना है। इस दिवस को एचआईवी वैक्सीन अवेयरनेस डे भी कहा जाता है।
एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में लोगों को पूरी जानकारी नहीं होती और यही वजह है कि इसके मरीज़ों को कई बार सामाज में बुरे व्यवहार का शिकार होना पड़ता है। इसलिए इसकी जानकारी और जागरूकता दोनों बेहद ज़रूरी हैं।
1997 में मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में एक भाषण के दौरान, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रहे बिल क्लिंटन ने दुनिया भर के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों से एड्स के लिए एक टीका बनाने की दिशा में काम करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि यह इसके प्रसार को सीमित करने और इसे मिटा देने का एकमात्र तरीका होगा।
इसलिए इस दिन स्वास्थ्य कर्मियों और वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने का मौका देता है, जो इस एड्स की रोकथाम के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी एचआईवी वैक्सीन खोजने के लिए लगातार काम और शोध कर रहे हैं।
क्या होता है एड्स?
एड्स एक जानलेवा बीमारी है। एड्स को एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम (Acquired ImmunoDeficiency Syndrome) कहा जाता है। एचआईवी ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस कहलाता है। एड्स से कोई व्यक्ति तब ग्रस्त होता है, जब वायरस सफेद रक्त कोशिकाओं (संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाओं) को क्षतिग्रस्त करके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचाता है। एड्स, एचआईवी के बाद की अधिक गंभीर स्थिति होती है, जिसका इलाज न किया जाए तो व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित होता है। इसलिए एचआईवी संक्रमण और एड्स से बचाव के लिए वैक्सीन को बढ़ावा देना बहुत ज़रूरी है।
एचआईवी कैसे फैलता है?
- एक संक्रमित व्यक्ति के साथ कंडोम पहने बिना संभोग में करना।
- इंजेक्शन को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करना, जिसे पहले से ही एचआईवी एड्स हो।
- एचआईवी संक्रमित रक्त में घावों और खुले घावों के संपर्क में आना।
- शिशु को अपनी मां से एचआईवी एड्स हो सकता है, जो स्तनपान या जन्म के दौरान पहले ही संक्रमित हो चुके हैं।
HIV/AIDS के लक्षण
- जब कोई व्यक्ति एचआईवी संक्रमित होता है, तो उसमें एड्स के लक्षण जल्दी नहीं दिखते हैं।
- एचआईवी जब गंभीर स्टेज में पहुंचता है, तो योनि में यीस्ट इंफेक्शन और श्रोणि सूजन की बीमारी (pelvic inflammatory disease) हो सकती है।
- सिरदर्द
- थकान
- चक्कर आना
- वज़न का कम होते जाना
- दस्त बने रहना
- रात में सोते समय पसीना आना
- बुख़ार
- सूखी खांसी आदि लक्षण नज़र आते हैं।
कुछ लोगों में त्वचा पर अपर्याप्त बैंगनी विकास, रक्तस्राव, त्वचा पर चकत्ते, पक्षाघात, मानसिक भ्रम की समस्या भी शुरू हो जाती है। इनमें से कई लक्षण अन्य रोगों में भी दिखते हैं, लेकिन कई लक्षण काफी गंभीर हैं, जिसे नज़रअंदाज़ करना ख़तरनाक हो सकता है।