Air Pollution Mask: ज़हरीली हवा और कोविड-19 से बचने के लिए कौन-सा मास्क है बेस्ट?
Air Pollution Mask स्मॉग का सामना उतना कम करें जितना मुमकिन हो और जब भी बार निकलें तो मास्क का उपयोग ज़रूर करें। कोविड और प्रदूषण के अलावा फ्लू और दूसरे तरह की वायरल बीमारियां भी आम हो गई हैं। ऐसे में मास्क पहनना और भी ज़रूरी हो गया है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Air Pollution Mask: प्रदूषण का स्तर बेहद ख़राब हो गया है, जिसकी वजह से दिल्ली और एनसीआर में रह रहे लोगों को सांस से जुड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस तरह का गंभीर प्रदूषण का स्तर न सिर्फ हमारी सेहत के लिए टॉक्सिक है बल्कि कई तरह के सांस से जुड़ी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है, साथ ही लंबे समय तक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालने के लिए ख़तरनाक भी हैं। इसलिए इस स्मॉग का सामना उतना कम करें जितना मुमकिन हो, और जब भी बार निकलें, तो मास्क का उपयोग ज़रूर करें। कोविड और प्रदूषण के अलावा फ्लू और दूसरे तरह की वायरल बीमारियां भी आम हो गई हैं। ऐसे में मास्क पहनना और भी ज़रूरी हो गया है। तो ऐसे वक्त में किस तरह का मास्क आपको बचा सकता है? सर्जिकल, कपड़े से बना या फिर N95? आइए जानें...
मास्क खरीदते वक्त किन बातों का ख्याल रखें?
चाहे कोविड-19 हो या फिर हानिकारक वायु प्रदूषण, मास्क की मदद से ही आप बीमार पड़ने के जोखिम को कम कर सकते हैं। लेकिन हर तरह का मास्क आपको कोविड या फिर प्रदूषण से नहीं बचा सकता, इसलिए ऐसा मास्क चुनें जो आपके काम आए। ऐसे में यह जानना भी ज़रूरी है कि किस तरह का मास्क प्रदूषकों को फिल्टर कर आपको बीमार पड़ने से बचा सकता है।
जब बाहर मौजूद वायु प्रदूषण के स्तर को छानने की बात आती है, तो विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मास्क का उपयोग करना बेहतर होता है जिनमें एक फिल्ट्रेशन वॉल्व मौजूद होता है। FFP1 मास्क, या N95 मास्क को चिकित्सकीय रूप से सबसे प्रभावी माना जाता है, क्योंकि यह हवा में निलंबित प्रदूषकों को प्रभावी ढंग से सीमित कर सकता है। FFP1 मास्क, जिसमें 95% फिल्ट्रेशन दर होती है, उन लोगों के लिए अच्छा हो सकता है, जो हर रोज़ ख़तरनाक प्रदूषण का सामना करते हैं।
किस तरह के मास्क का इस्तेमाल न करें?
याद रखें, हर मास्क स्मॉग से बचाने में काम नहीं आएगा। कुछ मास्क कोविड से तो बचा लेंगे लेकिन प्रदूषण से आपकी हिफाज़त नहीं कर पाएंगे। उदाहरण के तौर पर, कपड़े से बनने वाला मास्क, सर्जिकल मास्क या फिर ऐसे मास्क जिन्हें लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है, वे अब आपको प्रदूषण से नहीं बचा सकते। इसके अलावा ऐसे मास्क जिनमें वॉल्व होता है, वे भी ख़तरा बन सकते हैं। क्योंकि वॉल्व से वायरस की एंटी हो सकती है। अगर आपको N95 मास्क नहीं मिल पा रहे हैं, तो ऐसा मास्क लें जिसमें क्लिप हो, जो आपकी नाक और मुंह पर टाइट हो, और सबसे ज़रूरी बात अच्छी क्वालिटी का हो।
इन सावधानियों का भी पालन करें
मास्क का इस्तेमाल करने के बाद उसे सही तरीके से फेंकना भी ज़रूरी है। मास्क को हमेशा काट कर डस्टबिन में फेंकें या अगर आप उसे दोबारा इस्तेमाल करना चचाह रहे हैं, तो इसे अच्छे तरीके से साफ करें। एक्सपर्ट्स लोगों को ये सलाह भी दे रहे हैं कि घर से कम से कम बाहर निकलें। याद रखें कि सर्दी का समय, स्मॉग और कोविड-19 जैसा वायरस आपके फेफड़ों का सबसे बड़ा दुश्मन है। जिन लोगों को सांस से जुड़ी पुरानी बीमारी है, कमज़ोर इम्यूनिटी है, या पहले से किसी बीमारी के शिकार है, तो उन्हें ज़्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है। साथ ही घर के अंदर के प्रदूषण स्तर को भी चेक करते रहें।
Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।