Influenza & COVID-19: बॉडी में ऐसे लक्षण हैं तो आप कोरोना के नहीं इंफ्लुएंजा के शिकार हैं, जानिए एक्सपर्ट की राय
Influenza (Flu) and COVID-19 इन दिनों ऐसे मामले बहुत ज्यादा सामने आ रहे हैं जिनमें मरीज़ों को बुखार सांस लेने में तकलीफ सिर दर्द है लेकिन उन्हें कोरोना नहीं है। ज्यादातर मामलों में मरीज़ में वही सब लक्षण मौजूद रहते हैं जो कोरोना के मरीज़ों में रहते हैं।
नई दिल्ली, शाहीना नूर। कोरोनावायरस का खौफ़ लोगों पर इस कदर सवार है कि कॉमन इंफ्लुएंज़ा के लक्षणों को भी लोग कोरोना के लक्षण समझ कर घबरा रहे हैं। इन दिनों ऐसे मामले बहुत ज्यादा सामने आ रहे हैं जिनमें मरीज़ों को बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द है लेकिन उन्हें कोरोना नहीं है। ज्यादातर मामलों में मरीज़ में वही सब लक्षण मौजूद रहते हैं जो कोरोना के मरीज़ों में रहते हैं। ऐसे मरीज़ों में COVID-19 का टेस्ट करके ही कोरोना का पता लगाया जाता है। राजधानी दिल्ली में इस दौरान इंफ्लुएंज़ा के मामले सबसे ज्यादा आ रहे हैं। जांच में कुछ H1N1 यानि स्वाइन फ्लू के मामलों की भी पुष्टि हुई है।
अब समस्या यह है कि जहां एक तरफ कोरोना विकराल रूप धारण किए हुए है, वहीं इन्फ्लुएंजा और स्वाइन फ्लू के लक्षणों की पहचान कैसे की जाए। इस समस्या को बेहतर तरीके से समझने के लिए गंगा राम अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट एंड वाइस चेयरमेन क्रिटिकल केयर एंड इमर्जेंसी मेडिसिन के डॉक्टर प्रकाश एस शास्त्री से जानकारी हासिल करते हैं।
कोरोना वायरस, इंफ्लुएंजा और स्वाइन फ्लू के लक्षणों को जानिए
कोरोनावायरस के लक्षण:
- बुखार 5-6 दिनों तक रह सकता है
- खांसी सुखी और बलगम वाली 15-20 दिनों तक हो सकती है
- सांस लेने में दिक्कत हो सकती हैं।
- गंध जा सकती है
इन्फ्लुएंजा के लक्षण:
- इन्फ्लुएंजा के लक्षण कोरोना के लक्षणों से मिलते जुलते होते है। इन्फ्लुएंजा का बुखार 3-4 दिन में ठीक होने लगता है। इसमें भी मरीज को सूखी और गीली खांसी हो सकती है।
- गंभीर मामलों में निमोनिया या सांस की तकलीफ हो सकती है।
- कोरोना के लक्षणों की तरह ही इस बीमारी में मरीज़ को बुखार और बदन दर्द रहता है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण:
- स्वाइन फ्लू भी कोरोना की तरह ही एक से दूसरे में फैलने वाली बीमारी है। यह एक मौसमी बीमारी की तरह है जो हर साल इस मौसम में फैलती है। इस बीमारी के लक्षण भी कोरोना के लक्षणों की तरह ही है।
- स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों में नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना
- गले में खराश, सर्दी-खांसी, बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेट दर्द और कभी-कभी दस्त उल्टी जैसी दिक्कत हो सकती है।
- डॉक्टर शास्त्री बताते हैं कि बरसात के मौसम में जगह-जगह गंदगी और पानी भरा रहता है जिससे मच्छरों को माकूल माहौल मिलता है और वो तेजी से पनपते हैं। बरसात में मच्छरों से होने वाली बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया बेहद परेशान करती है। इस मौसम में सिंपल इन्फ्लुएंजा लोगों को ज्यादा परेशान कर रहा है।
आप भी अगर इस मौसम में अपना और अपने परिवार का बचाव करना चाहते हैं तो कुछ सावधानियों का पालन करें।
- इन्फ्लुएंजा से संक्रामित हैं तो घर में ही आराम करें।
- सर्दी-खांसी है तो लोगों से दूरी बनाकर रहें
- खांसने और छींकने के दौरान मुंह पर मास्क रखें। टिशू पेपर का इस्तेमाल करें और उन्हें सीधे डस्टबिन में डालें।
- हाथों को बार-बार वॉश करने की आदत बनाए रखें।
- पर्याप्त मात्रा में लिक्विड चीज़ों का और पानी का सेवन करें।
- नींद पूरी लें। कोशिश करें कि 7-8 घंटे जरूर सोएं।
- फ्लू होने पर तुरंत डॉक्टर से दवाई लें।
( गंगा राम अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट एंड वाइस चेयरमेन क्रिटिकल केयर एंड इमर्जेंसी मेडिसिन के डॉक्टर प्रकाश एस शास्त्री से बातचीत पर अधारित )