Signs of Infertility: मां नहीं बन पा रही तो इंफर्टिलिटी के इन चार संकेतों पर दें ध्यान
Signs of Infertility महिलाओं में इंफर्टिलिटी पनपने का सबसे बड़ा कारण उनका लाइफस्टाइल और खानपान है। इसके अलावा महिलाओं में होने वाली गर्भाशय फाइब्राएड एनीमिया वजाइना में सूजन की बीमारी और थायराइड महिलाओं में इंफर्टिलिटी की समस्या का बड़ा कारण है।
नई नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। इंफर्टिलिटी तेजी से पनपने वाली ऐसी बीमारी है, जिसकी चपेट में महिलाएं और पुरूष दोनों हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा दौर में अगर 40% यह समस्या महिलाओं में होती है तो 40% ही पुरुषों में भी पाई जाती है। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण लाइफस्टाइल और खानपान है। महिलाओं में होने वाली गर्भाशय फाइब्राएड, एनीमिया, वजाइना में सूजन की बीमारी, थायराइड की बीमारी आदि कारणों से महिलाओं में इंफर्टिलिटी की समस्या देखी जाती है। इसके अलावा भी कई कारण हैं जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं। 35 साल से अधिक उम्र होने पर महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
मेडिकल साइंस भी इस समस्या को जड़ से खत्म करने की कोशिश कर रही है, लेकिन उसका अभी तक उपचार नहीं खोज पाई है। अगर महिलाओं में इंफर्टिलिटी के कुछ संकेतों को ध्यान में रखा जाए तो इस समस्या का समय रहते उपचार किया जा सकता है। आइए जानते हैं इफर्टिलिटी के कौन-कौन से संकेत हैं जिनका तुरंत इलाज करना जरूरी है।
पीरियड का अनियामित होना:
पीरियड लगातार अनियमित रहते हैं तो आपके लिए परेशानी हो सकती है। आमतौर पर पीरियड 28 दिनों बाद आता है। कुछ दिनों आगे-पीछे होना सामान्य बात है। अगर पीरियड 28 दिन से बहुत पहले या बहुत बाद में आए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। पीरियड का अनियामित होना बांझपन का संकेत है।
पीरियड्स नहीं आना:
जिन महिलाओं को 3 महीने से अधिक समय तक पीरियड्स नहीं होता उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। पीरियड्स न होने का मतलब है कि आप ओवुलेट नहीं कर रही हैं। ऐसे में आपके लिए प्रेग्नेंट होना मुश्किल हो सकता है।
संभोग के दौरान ब्लीडिंग का होना:
महिलाओं को ब्लीडिंग तब होती है जब उन्हें पीरियड होता है। अगर आपको संभोग के बाद भी ब्लीडिंग हो रही है तो यह फाइब्रॉएड या गर्भाशय ग्रीवा में घाव होने का एक संकेत हो सकता है, जो महिलाओं में इंफर्टिलिटी का मुख्य संकेत है।
पीरियड के दौरान तेज दर्द होना:
पीरियड्स के दौरान हल्का दर्द होना आम बात है, लेकिन कुछ महिलाओं को इस दौरान तेज दर्द और ऐठन रहती है तो आप एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित हो सकती हैं। यह पैल्विक हिस्से में निशान पैदा करके आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।