बेफ्रिक होकर खाएं केले और आलू, नहीं बढ़ेगा मोटापा
अगर आप भी केले और आलू ये सोचकर अवॉयड करते हैं कि ये वजन बढ़ाने का काम करते हैं तो ऐसा नहीं है। शरीर को जरूरी न्यूट्रिशन्स देने के साथ ये मोटापा कम करने में भी फायदेमंद होते हैं।
ब्रेकफास्ट से लेकर लंच और डिनर तक में अगर हम थोड़े-बहुत बदलाव कर लें तो काफी हद तक वजन कंट्रोल किया जा सकता है। फल, जूस और दालें ऐसे आहार हैं जो आपका पेट भी भर देते हैं और शरीर के लिए जरूरी न्यूट्रिशन्स की भी पूर्ति कर देते हैं। तो एक नजर डालते हैं इन चीज़ों पर..
केला
आमतौर पर यह माना जाता है कि केले का सेवन करने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। केले का सेवन करने से वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। कारण, केले में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है साथ ही इसमें प्लांट बेस्ड प्रीबायोटिक्स भी पाए जाते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि केले में मौजूद पोषक तत्वों की वजह से इसका सेवन करने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। इसके अतिरिक्त यह शरीर में पहुंचने वाले नमक की मात्रा को संतुलित करता है। प्लांट बेस्ड प्रीबायोटिक्स शरीर में गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं। हालांकि प्रतिदिन केवल एक केले का सेवन करना फायदेमंद रहता है। आप इसे सलाद के साथ खा सकती हैं या सुबह के नाश्ते में ले सकती हैं। शोध-अध्ययनों से पता चला है कि सुबह के समय केले का सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। इस संदर्भ में आयुर्वेद चिकित्सकों का कहना है कि सुबह के समय केले का सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है। नतीजतन हम विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं से बचे रहते हैं।
फलियां और दालें
विभिन्न प्रकार की फलियों और दालों में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। ये प्लांट बेस्ड प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत होती हैं। फलियों और दालों से शरीर के लिए लाभदायक विभिन्न खनिज तत्व भी प्राप्त होते हैं साथ ही इनमें विटामिंस भी पाए जाते हैं। इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्व नर्वस सिस्टम और मस्कुलर सिस्टम को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।
डेयरी उत्पाद
विभिन्न प्रकार के डेयरी उत्पादों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। इसलिए सुबह नाश्ते के समय सेवन करने से लेकर दोपहर के भोजन में और रात में भी डेयरी उत्पादों का प्रयोग किया जा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि तमाम शोध-अध्ययनों से पता चला है कि कैल्शियमयुक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करने से वजन कम करने में काफी मदद मिलती है। डेयरी उत्पादों से मिलने वाला राइबोफ्लेविन शरीर में लाल रक्त कणिकाओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है। दूध और दूध से बने पदार्थो में फॉस्फोरस, विटामिन ए, डी, पैंटोथेनिक एसिड, पोटेशियम और नियासिन पाया जाता है। पैंटोथेनिक एसिड शरीर में पहुंचने वाले खाद्य पदार्थो को एनर्जी में परिवर्तित करता है। पोटेशियम ब्लड प्रेशर को सही रखने में मदद करता है और फॉस्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाने में। विटामिन ए त्वचा को स्वस्थ रखता है और विटामिन डी शरीर में पहुंचने वाले कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है।
आलू
आलू का नाम जुबान में आते ही यही समझ आता है कि यह तो केवल वजन बढ़ाने का काम करता है। अगर आप भी ऐसी ही धारणा रखती हैं तो आप गलतफहमी में हैं। हालांकि इस संदर्भ में यह बात ध्यान देने वाली है कि भुने हुए आलू का सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। कारण, भुने हुए आलू में काफी मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि पोटेशियम की प्रचुर मात्रा शरीर में सोडियम की मात्रा को संतुलित रखने में मदद करती है। भुने हुए आलू में काफी मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है। भुने हुए आलू का सेवन करने से काफी देर तक पेट भरा हुआ होने का अहसास होता है। इससे भूख कम लगती है। आलू में पाए जाने वाले पोषक तत्व जैसे विटामिन सी और बी-6 शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। भुने हुए आलू में मैंग्नीज, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, नियासिन और फोलेट जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। इसमें कैरोटेनॉयड्स, फ्लेवोनॉयड्स और फेनोलिक एसिड्स भी पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व शरीर में मौजूद हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसमें पाया जाने वाला रेजिस्टेंट स्टार्च शरीर के पाचनतंत्र को सही रखने में मदद करता है।