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Type 2 Diabetes Diet: टाइप-2 डायबिटीज़ ख़तरा करना है कम, तो शुरू करें फलों और सब्ज़ियां का सेवन

Type 2 Diabetes रोज़ाना ताज़ा फल और सब्ज़ियां खाने से दिल की बीमारी स्ट्रोक और कई तरह के कैंसर का जोखिम कम हो जाता है। हालांकि फल और सब्ज़ियां खाने से क्या यही फायदा टाइप-2 डायबिटीज़ को रोकने में भी मिल सकता है?

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Sat, 17 Jul 2021 09:00 AM (IST)Updated: Sat, 17 Jul 2021 09:16 AM (IST)
Type 2 Diabetes Diet: टाइप-2 डायबिटीज़ ख़तरा करना है कम, तो शुरू करें फलों और सब्ज़ियां का सेवन
टाइप-2 डायबिटीज़ ख़तरा करना है कम, तो शुरू करें फलों और सब्ज़ियां का सेवन

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Type-2 Diabetes Diet: डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है जिसके मामले लगातार तेज़ी से न सिर्फ दुनियाभर में बल्कि भारत में भी बढ़ रहे हैं। यह एक ऐसा रोग जिसका कोई इलाज नहीं है, इसे सिर्फ लाइफस्टाइल में बदलाव और दवाइयों की मदद से ही कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे में इस बीमारी से बचाने में हमारी डाइट एक अहम रोल अदा कर सकती है।

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आपने अक्सर सुना होगा कि अच्छी सेहत क लिए डाइट में ताज़ा फल और सब्ज़ियों को ज़रूर शामिल करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि रोज़ाना ताज़ा फल और सब्ज़ियां खाने से दिल की बीमारी, स्ट्रोक और कई तरह के कैंसर का जोखिम कम हो जाता है। हालांकि, फल और सब्ज़ियां खाने से क्या यही फायदा टाइप-2 डायबिटीज़ को रोकने में भी मिल सकता है?

फल और सब्ज़ियों से फायदा

अभी तक हुई रिसर्च में पाए गए सबूत अस्थिर हैं, ऐसा इसलिए क्योंकी ज़्यादातर मामलों में प्रतिभागियों से पूछा जाता है कि वह याद करके बताएं कि उन्होंने क्या खाया- जो अक्सर 100% सही नहीं होता। हालांकि, कुछ समय पहले हुई एक रिसर्च में ये साफ हुआ कि जो लोग रोज़ाना ज़्यादा फल और सब्ज़ियां खाते हैं, उनमें फल-सब्ज़ियां कम खाने वालों की तुलना में टाइप-2 डायबिटीज के विकसित होने का जोखिम आधा हो जाता है।

शोध में क्या पाया

शोध से पता चला कि स्वस्थ आहार के माध्यम से टाइप-2 मधुमेह को रोका जा सकता है, इसलिए हम जानना चाहते थे कि फल और सब्ज़ियां खाना कितना महत्वपूर्ण है। हमने दुनिया का सबसे बड़ा अध्ययन किया, जिसमें फलों और सब्ज़ियों को खाने पर शरीर में विटामिन के ब्लड लेवल में क्या फर्क आता है इसे मापा गया।

इस रिसर्च के लिए 3 लाख से ज़्यादा लोगों के एक ग्रुप पर शोध किया गया। इस दौरान खासतौर से 10,000 लोगों में बायोमार्कर का अध्ययन किया गया, जिन्होंने अनुवर्ती के दौरान टाइप-2 मधुमेह विकसित किया और 13,500 लोगों के साथ उनकी तुलना की, जिन्हें टाइप-2 डायबिटीज़ नहीं हुई।

शोध में पाया कि बायोमार्कर स्कोर स्तर जितना अधिक होगा, भविष्य के टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा भी उतना ही कम होगा। हमने यह भी पाया कि रोज़ाना लगभग 66 ग्राम फल और सब्ज़ियां खाने से टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा एक चौथाई कम हो सकता है।

क्या खाएं?

आप एक बार में डाइट में 7 चेरी टमाटर, दो ब्रॉकली के टुकड़े या एक केला शामिल कर सकते हैं। ये कोई नई बात नहीं है कि अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए फल और सब्ज़ियां का सेवन ज़रूर करना चाहिए। यह जानते हुए भी ज़्यादातर लोग इनका सही मात्रा में सेवन नहीं करते हैं। इस रिसर्च में देखा गया कि अगर आप अपनी डाइट में फलों और सब्ज़ियों की मात्रा थोड़ी-सी भी बढ़ाते हैं, तो टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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