Coronavirus: सूंघने की शक्ति का जाना, ऐसे है कोरोना के मरीज़ों के लिए एक अच्छा संकेत!
Coronavirus कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि सूंघने और स्वाद की शक्ति का ख़त्म होने का अनुभव करना जिसके साथ भूख भी कम हो जाती है संक्रमण का अच्छा संकेत हो सकता है जो लोगों को कोविड-19 के गंभीर स्थिति से बचा सकता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus: सूंघने और स्वाद की शक्ति का ख़त्म होना, दोनों ही कोरोवा वायरस के अजीब तरह के लक्षण हैं। शुरुआत में ये लक्षण हल्के और एक असमान्य संकेतों की तरह देखे जा रहे थे जो कोरोना के कुछ ही मरीज़ों में दिख रहे थे, लेकिन देखते ही देखते ये एक अहम लक्षण बन गए हैं। कई लोगों में सूंघने और स्वाद की शक्ति का ख़त्म होना, इतना गंभीर हो जाता है कि इसे ठीक होने में हफ्तों या फिर महीनों लग जाते हैं।
सूंघने और स्वाद की शक्ति का ख़त्म होना
सूंघने की शक्ति का जाना, जो आगे चलकर आपके स्वाद को भी प्रभावित करती है, हल्के कोविड-19 लक्षण का अनुभव करने वाले लोगों के लिए काफी परेशानी भरी हो सकती है। इसके बावजूद कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि सूंघने और स्वाद की शक्ति का ख़त्म होने का अनुभव करना, जिसके साथ भूख भी कम हो जाती है, संक्रमण का अच्छा संकेत हो सकता है, जो लोगों को कोविड-19 के गंभीर स्थिति से बचा सकता है। जैसे सांस से जुड़ी तकलीफ और शरीर पर इंफ्लामेट्री अटैक।
कई डॉक्टर्स अब कह रहे हैं कि जो लोग सूंघने और स्वाद की शक्ति की हानी का अनुभव करते हैं, जिसके साथ पेट से जुड़ी तकलीफें जैसे दस्त, पेट में मरोड़ें आदि, उन्हें कोरोना का हल्का संक्रमण होता है। जो अभी तक दुनियाभर के 5 करोड़ 50 लाख लोगों को प्रभावित कर चुका है।
न सिर्फ सूंघने और स्वाद के नुकसान का कोई इलाज है, बल्कि इसका मतलब यह भी हो सकता है कि इसके होने पर शरीर गंभीर श्वसन हमलों से सुरक्षित हो जाता है, जो आमतौर पर कोविड-19 संक्रमण के दूसरे सप्ताह से शुरू होते हैं।
गंभीर संक्रमण से ये लक्षण कैसे बचा सकते हैं?
कोविड-19 से जुड़े कॉम्पलीकेशन संक्रमण के 5वें से 10वें दिन शुरू होते हैं। इन दिनों में संक्रमण से जुड़ी गंभीर संकेतों पर नज़र रखना ज़रूरी है, जिसमें सांस से जुड़ी तकलीफें अहम हैं।
सांस से जुड़े गंभीर संकेतों में- मुश्किल से सांस ले पाना, सीने में दर्द, ऑक्सीजन की कमी होना, भारीपन महसूस होना और सांस का फूलना जैसे संकेतों का मतलब है कि संक्रमण आपके फेफड़ों पर हमला कर चुका है और उन्हें कमज़ोर बना रहा है। कई मामलों में मरीज़ को ऑक्सीजन सपोर्ट मशीन की ज़रूरत भी पड़ती है। श्वसन संकट उन रोगियों के लिए और भी हानिकारक हो सकता है, जो पहले से ही फेफड़ों की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
यह COVID-19 के साथ कुख्यात रूप से जुड़े साइटोकिन तूफान का संकेत भी हो सकता है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने आप बदल जाती है और अक्सर अंग क्षति और विफलता हो सकती है। अधिकांश रोगी जिनमें स्वस्थ होने के लक्षण दिखाई देते हैं, या संक्रमण के हल्के रूप से पीड़ित होते हैं, उनमें शुरुआती सप्ताह में ही ठीक होने के लक्षण दिखने लगते हैं। उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण दिखते हैं, जैसे गले में ख़राश, खांसी, या फिर सिर्फ सूंघने और स्वाद की शक्ति ख़त्म होना।
इन संकेतों पर ज़रूर ध्यान दें
सूंघने और स्वाद की शक्ति का ख़त्म होना को कोविड के अकेले लक्षण के तौर पर पहचानना मुश्किल हो सकता है। ये फ्लू, साइनस और कंजेशन जैसी स्थिति में भी आम होता है। अगर आपको लगता है कि आपको कोविड-19 है या किसी ऐसे व्यक्ति से मिले जिसे कोविड है, तो इन लक्षणों को देखें:
- अचानक सूंघने की शक्ति का ख़त्म हो जाना
- पेट से जुड़ी तकलीफों का अनुभव करना
- दस्त
- नाक का बंद होना
अगर इनमें से कोई भी दिक्कत 3 दिन से ज़्यादा तक रहती है, तो जितना जल्दी हो सके कोविड-19 टेस्ट कराना चाहिए।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।