पेट फूलना और गैस की प्रॉब्लम को दूर करने में बेहद कारगर हैं ये तीन योगासन
खाने के बाद अगर आपको भी अक्सर गैस और पेट फूलने की समस्या होती है तो यहां दिए गए ये तीन योगासन आएंगे आपके बहुत काम। जानें इन्हें करने का तरीका।
अक्सर कहा जाता है कि अगर पेट हेल्दी न रहे तो इंसान को कई तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है। अक्सर पेट दर्द, पेट फूलना या गैस वगैरह की प्रॉब्लम काफी कॉमन हो गई है, जिनकी वजह से लोगों की फिटनेस पर भी असर पड़ता है। उनके लिए काफी काम के साबित हो सकते हैं ये योगासन...
विंड पोज योगासन
ब्लोटिंग और पेट फूलने की प्रॉब्लम से राहत पाने के लिए यह सबसे अच्छा आसन है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं, घुटनों को मोड़ें और हाथों को घुटनों पर रखें। सांस छोड़ें और घुटनों को छाती पर टिकाएं, घुटनों को बगल से हिलाएं, कुछ सेकंड के लिए इसी पोजीशन में रहें। उसके बाद पैरों को पेट से दूर ले जाने के लिए सांस और अपनी पकड़ ढीली करें। इसे 10 बार दोहराएं। इसे करते ही पेट से गैस बाहर आने लगेगी और आप हल्का महसूस करने लगेंगे।
सिंगल लेग स्पाइनल ट्विस्ट
क्योंकि आप बैठी हुई पोजीशन से इस पोज़ को करेंगे, इससे पेट पर जोर पड़ेगा और गैस बाहर आ जाएगी। इसे करने के लिए पैरों को बढ़ाकर बैठें। दाहिने घुटने को मोड़े और एड़ी को शरीर के करीब रखें। हथेली को फर्श पर रखें। बाईं कोहनी दाएं घुटने के बाहर की तरफ मोड़कर रखें। पांच बार से ज्यादा देर तक इसे करें और हर बार जब आप सांस छोड़ते हैं तो खिंचाव को गहरा करें। फिर मोड़ को छोड़ दें और दूसरी तरफ से दोहराएं।
अर्ध भेकासन
भेकासन शब्द संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द है भेक जिसका मतलब होता है मेंढ़क जबकि दूसरे शब्द आसन का अर्थ होता है बैठना। दोनों शब्दों का मिलाजुला मतलब है, मेंढ़क की तरह बैठना। भेकासन में पीठ को पीछे की तरफ मोड़कर स्ट्रेच किया जाता है। इससे शरीर की गैस तेजी से बाहर आती है। इसे करने के लिए पेट के बल योगा मैट पर लेट जाएं, धीरे-धीरे सिर को ऊपर उठाएं, शरीर का ऊपरी धड़ आपकी फोरआर्म पर टिक जाएगा। इसके बाद दाएं घुटने को धीरे-धीरे सिर मोड़ें। दोनों हाथों से बाएं पैर को पकड़कर हिप्स तक लेकर आएं। कोहनी को आसमान की तरफ घुमाएं। इसके साथ ही हाथों को पैरों के ऊपर रख दें और धीरे-धीरे सीने को ऊपर की तरफ उठाएं, जल्दबाजी न करें, ये स्टेज बहुत आराम से करें।
खानपान का भी रखें ध्यान
इन योगासनों के अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि ज्यादा खट्टा, तीखा, मसाले वाला खाना खाने से, देर रात तक जगने से, पानी कम पीने से, गुस्सा या चिंता करने से और बहुत देर तक एक ही जगह बैठे रहने से भी गैस बनने लगती है। इसके अलावा कुछ दाल और सब्जियां भी ऐसी होती हैं, जो गैस बनाती हैं, उन्हें खाना अवॉयड करें।