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Himalayan Salt: सेंधा नमक के अत्यधिक सेवन से होती हैं ये बीमारियां, जानें, कितनी मात्रा में खाएं

Himalayan Salt तनाव के चलते उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। उच्च रक्तचाप को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। इस बीमारी में पोटेशियम रिच फूड के सेवन से बहुत जल्द आराम मिलता है। साथ ही सेंधा नमक का सेवन भी फायदेमंद होता है।

By Pravin KumarEdited By: Published: Tue, 27 Sep 2022 10:32 PM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 10:32 PM (IST)
Himalayan Salt: सेंधा नमक के अत्यधिक सेवन से होती हैं ये बीमारियां, जानें, कितनी मात्रा में खाएं
Himalayan Salt: सेंधा नमक के अत्यधिक सेवन से होती हैं ये बीमारियां, जानें, कितनी मात्रा में खाएं

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Himalayan Salt: आजकल सेहतमंद रहना बड़ी चुनौती है। इसके लिए संतुलित आहार और रोजाना एक्सरसाइज जरूरी है। इससे शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। इनमें किसी चीज की कमी से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो सेहतमंद रहने के लिए रोजाना सीमित मात्रा में चीनी, नमक और तेल का सेवन करें। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो 1 दिन में 5 ग्राम नमक, 6 चम्मच चीनी और 4 चम्मच तेल का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इससे अधिक चीनी, नमक और तेल का सेवन करना नुकसानदेह होता है। वहीं, सामान्य नमक के बदले में सेंधा नमक के अत्यधिक सेवन से कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

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हाई ब्लड प्रेशर

तनाव के चलते उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। उच्च रक्तचाप को साइलेंट किलर कहा जाता है। इस बीमारी में पोटेशियम रिच फूड के सेवन से बहुत जल्द आराम मिलता है। साथ ही सेंधा नमक का सेवन भी फायदेमंद होता है। सामान्य नमक की तरह सेंधा नमक के अत्यधिक सेवन से उच्च रक्तचाप बढ़ जाता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है।

आयोडीन की कमी

लंबे समय तक सेंधा नमक खाने से शरीर में आयोडीन की कमी होने लगती है। इसके लिए लंबे समय तक सेंधा नमक का सेवन न करें। इसके लिए सामान्य नमक और सेंधा नमक दोनों का सेवन करें। शरीर में आयोडीन की कमी से घेंघा रोग होता है। इसके अलावा, कई अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

कमजोरी

अत्यधिक मात्रा में सेंधा नमक खाने से थकान की समस्या हो सकती है। जानकारों की मानें तो शरीर में आयोडीन की कमी और सेंधा नमक की अधिकता की वजह से थकान और कमजोरी होती है। इसके लिए संतुलित मात्रा में सेंधा नमक का सेवन करें।

वॉटर रिटेंशन

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो सेंधा नमक के अत्यधिक सेवन से शरीर के आंतरिक भागों में पानी जमा होने लगता है। इस स्थिति को वॉटर रिटेंशन कहा जाता है। वॉटर रिटेंशन होने से शरीर में कई अन्य बीमारियां दस्तक देती हैं। इसके लिए सेंधा नमक के सेवन से पहले डॉक्टर से मात्रा के बारे में जरूर सलाह लें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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