इस तरह खाएंगे शकरकंद तो डायबिटीज का खतरा हो सकता है कम!
विशेषज्ञों की मानें तो टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन का उत्सर्जन होना पूरी तरह से बंद हो जाता है। अतः डायबिटीज के मरीजों को खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में गलत खानपान, खराब दिनचर्या और तनाव की वजह से डायबिटीज एक आम समस्या बन गई है। यह बीमारी रक्त में शर्करा के बढ़ने से होती है। डायबिटीज दो प्रकार के हैं। इनमें टाइप 2 डायबिटीज बेहद खतरनाक है। विशेषज्ञों की मानें तो टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन का उत्सर्जन होना पूरी तरह से बंद हो जाता है।
अतः डायबिटीज के मरीजों को खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। जबकि मरीज को मीठी चीजों से परहेज करना चाहिए। साथ ही उन फलों और सब्जियों को भी अपनी डाइट में नहीं जोड़ना चाहिए, जिनमें शुगर की अधिकता होता है। इसके बावजूद अगर खाने की इच्छा होती है, तो कम अथवा सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
शकरकंद को आप टाइप 2 डायबिटीज में भी खा सकते हैं। इससे पहले शकरकंद को लेकर जानकारों में मतभेद रहा है कि डायबिटीज के मरीजों को शकरकंद का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें शुगर होती है, लेकिन एक शोध में खुलासा हुआ है कि शकरकंद को उबालकर खाने से डायबिटीज में कोई खतरा नहीं रहता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि शकरकंद के बारे में शोध क्या कहती है-
Journal of Nutrition and Metabolism की एक रिसर्च के अनुसार, शकरकंद डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदेह नहीं है। इसके सेवन से सेहत पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। इसके लिए शकरकंद को सेंककर अथवा उबालकर खाना चाहिए। इसके लिए आप जमैकन स्टाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं। रिसर्च में बताया गया है कि कैरेबियाई देशों में शकरकंद को विशेष प्रकार से पकाकर सेवन किया जाता है, जिसमे सेंकना और उबालना भी शामिल है। इससे रक्त में शर्करा के बढ़ने का खतरा कम रहता है। जबकि डाइट में तली-भुनी चीज़ों को नहीं शामिल करना चाहिए। अगर आप फ्राइड चीजों का सेवन करते हैं, तो सीमित मात्रा में करें।
आपको बता दें कि शकरकंद सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। देश में फलाहार में भी शकरकंद इस्तेमाल किया जाता है। इसमें विटामिन-ए, सी और फाइबर पाए जाते हैं, जो कई रोगों में फायदेमंद होते हैं। खासकर बढ़ते वजन को कम करने में भी यह मददगार साबित हो सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।