Post-Covid complications: कोरोना से रिकवर हो चुके हैं तो पोस्ट कोविड लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करें
Post-Covid complicationsआप भी कोरोना से रिकवर हुए है तो पोस्ट कोविड लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करेंमरीज़ में पोस्ट कोविड लक्षण मरीज़ को निराशा की ओर लेकर जाते हैं। कोविड की वजह से मेंट्रल स्ट्रेंथ पर भी असर पड़ता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस इतना खतरनाक वायरस है कि इसकी रिकवरी के बाद भी बॉडी पर इसका असर रहता है। इन मरीज़ों के लिए कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव होना ही काफी नहीं है, बल्कि इन मरीज़ों को आगे की जंग भी जीतना होती है। कोरोनावायरस से रिकवर हुए मरीज़ पूरी तरह सेहतमंद नहीं होते बल्कि मरीज़ में पोस्ट कोविड लक्षण भी नज़र आते हैं। मरीज़ में पोस्ट कोविड लक्षण मरीज़ को निराशा की ओर लेकर जाते हैं। कोविड की वजह से मेंट्रल स्ट्रेंथ पर असर पड़ता है। आप भी कोरोना से रिकवर हुए है तो पोस्ट कोविड लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करें, बल्कि उनका उपचार करें। आइए जानते हैं पोस्ट कोविड लक्षण कौन-कौन से हैं और उनका उपचार कैसे करें।
पोस्ट कोविड लक्षण:
- एंजायटी, निगेटिव सोच, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, नींद नहीं आना,
- इसके अलावा कुछ अन्य लक्षण जो दिल के कमज़ोर होने की तरफ इशारा करते हैं
- धड़कन बढ़ना, थकान और कमजोरी, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ होना।
- आप भी अपने में इस तरह के लक्षण महसूस कर रहे हैं तो परेशान नहीं होइए बल्कि इन परेशानियों का उपचार करें। ये सभी लक्षण दिल के कमजोर होने के संकेत हो सकते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नज़र आए तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कैसे करें इन लक्षणों का उपचार:
- आपको रात को नींद नहीं आती तो दिन में सोने से बचें ताकि रात में अच्छी नींद आए
- रात में नींद नहीं आना कोविड रिकवर हुए मरीज़ों की सबसे बड़ी परेशानी हैं ऐसे लोगों को चाहिए कि वो सोने से पहले गैजेट्स अपने पास नहीं रखें ताकि नींद जल्दी आएं।
- आप सोने से आधा घंटा पहले योग व मेडिटेशन जरूर करें। रात को नींद की कमी आपकी मेंटल हेल्थ बिगाड़ सकती है।
- हर वक्त बिस्तर पर नहीं रहें। सोने और उठने का समय निश्चित करें और उसका पालन करें।
- सीने में दर्द, दिल की धड़कन तेज़ चलना, अगर आपको भी अपने में ऐसे लक्षण नज़र आ रहे हैं, तो आपका दिल कमजोर होने का संकेत हो सकता है। इसके लिए आप ऑक्सीमीटर से धड़कनों को चेक करते रहें। आमतौर पर 60-100 के बीच धड़कन होनी चाहिए, लेकिन अगर इससे कम या ज्यादा हो रही है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- कोरोना वायरस हमारे फेफड़ों और शरीर के दूसरे अंगों को प्रभावित कर रहा है, जिसकी वजह से भी सीने में दर्द की समस्या हो सकती है। सीने में दर्द होने पर हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है, इसलिए तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- यह सभी लक्षण दो हफ्तों से ज्यादा रहें तो आप डॉक्टर से संपर्क करें।
- पोस्ट कोविड लक्षण से घबराएं नहीं, इसका सिम्टोमेटिक इलाज होता है
- कोरोना से ठीक होने के बाद लोगों को बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस हो रही है जिसे बिल्कुल नजरअंदाज न करें।
- कोरोना फेफड़े, दिल, मांसपेशी, आंत या शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है। कोरोना ठीक होने के बाद भी आपको अपने शरीर में नज़र आने वाले किसी भी लक्षण को हल्के में नहीं लें।
Written By: Shahina Noor